पूँजीवाद विरोधी प्रदर्शन से ओकलैंड बंदरगाह ठप
इस बंदरगाह के निदेशक का कहना है कि एक दिन में यहाँ 80 लाख डॉलर से भी ज़्यादा का व्यापार होता है, लेकिन 'वॉल स्ट्रीट पर कब्ज़ा करो' आंदोलन के कारण ये ठप हो गया है।
ओकलैंड की पुलिस का कहना है कि क़रीब तीन हज़ार प्रदर्शनकारी बंदरगाह पर इकट्ठा हुए थे। बुधवार को क़रीब साढे चार हज़ार प्रदर्शनकारियों ने शहर में मार्च भी निकाला।इन प्रदर्शनों के कारण शहर के कई व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। पुलिस के मुताबिक़ इन प्रदर्शनों को देखते हुए पाँच प्रतिशत कर्मचारियों ने पहले ही छुट्टी ले रखी थी।ओकलैंड के अलावा अमरीका के कई शहरों में प्रदर्शन आयोजित किए गए हैं। प्रदर्शनकारी रैली निकाल रहे हैं, बहिष्कार कर रहे हैं और कई इमारतों के बाहर अवरोध भी खड़े कर रहे हैं।प्रदर्शनन्यूयॉर्क सिटी में वियतनाम युद्ध के सेवानिवृत्त सैनिकों ने भी एक रैली निकाली और शहर के स्टॉक एक्सचेंज के बाहर रुके। बोस्टन में छात्रों और यूनियन कार्यकर्ताओं ने बैंक ऑफ़ अमरीका के कार्यालयों की ओर मार्च किया।
फिलाडेल्फिया में प्रदर्शनकारी अमरीका की सबसे बड़ी केबल कंपनी कॉमकास्ट के दफ़्तर की लॉबी में घुसकर धरने पर बैठ गए। पुलिस ने यहाँ नौ प्रदर्शनकारियों को गिरफ़्तार किया है।लॉस एंजेलेस से बीबीसी संवाददाता एलेस्टर लीथेड का कहना है कि ओकलैंड में औसत से ज़्यादा बेरोज़गारी है और अमरीका में मंदी के दौरान यह शहर बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
प्रदर्शनकारी उस व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं, जिसमें उनका मानना है कि कॉरपोरेट जगत को लाभ पहुँचाया जाता है और देश के एक प्रतिशत सर्वाधिक धनी लोगों का पक्ष लिया जाता है।