अपनी टेक्नोलॉजी के चलते पूरे विश्व में अलग साख रखन वाला नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट एनएसआई के एक्सपट्र्स अब इंडोनेशिया में के इंजीनियङ्क्षरग संस्थान के टीचर्स को ट्रेनिंग देंगे. चीनी एथेनाल बिजली उत्पादन और पर्यावरण व गुणवत्ता नियंत्रण से संबंधित टेक्नोलॉजी के विकास में इंडोनेशिया के इंजीनियरिंग संस्थान का सहयोग भी करेंगे. एनएसआई के डायरेक्टर प्रो. नरेंद्र मोहन और भारत में इंडोनेशिया की राजदूत इना कृष्णमूर्ति ने नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में इस संदर्भ में एमओयू साइन किए हैं.

कानपुर (ब्यूरो) निदेशक ने बताया कि इंडोनेशिया का इंजीनियङ्क्षरग संस्थान अपने यहां चीनी व संबद्ध उद्योगों के विकास व जनशक्ति को बेहतर करने के लिए कार्य कर रहा है, लेकिन उम्मीद के अनुसार परिणाम नहीं आ रहे हैं। इंडोनेशिया के चीनी उद्योग को बढ़ाने और जनशक्ति के विकास के लिए यह एमओयू हुआ है। इस दौरान दोनों देशों के विदेश मंत्री भी मौजूद रहे।

इंडोनेशिया के स्टूडेंट्स आएंगे
समझौते के तहत राष्ट्रीय शर्करा संस्थान की ओर से इंडोनेशिया के संस्थान के लिए टीचर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम व टेक्निकल ट्रेनिंग प्रोग्राम किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सुविधा व आवश्यकता के अनुसार ऐसे कार्यक्रम भौतिक रूप से या वर्चुअल मोड (आनलाइन) आयोजित होंगे। इंडोनेशिया के स्टूडेंट्स को भी राष्ट्रीय शर्करा संस्थान में अध्ययन करने का मौका मिलेगा। इंडोनेशिया के चीनी उद्योग के विकास के साथ ही दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे।

Posted By: Inextlive