नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट को चॉकलेट की तरह गन्ने से निकलने वाले सह उत्पादों से स्पेशल मिठाइयां बनानी चाहिए. जो विश्व में फेमस हो. इसके सफल प्रयोग से विश्वस्तरीय मार्केट मिलेगा. यह बात केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट के 50वें कॉन्वोकेशन में कही. वे समारोह में ऑनलाइन शामिल हुए थे. उन्होंने स्टूडेंट्स को उज्जवल भविष्य की कामना की.

कानपुर (ब्यूरो) केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में 50 लाख हेक्टेयर जमीन पर गन्ने की फसल की जा रही है। देश की शुगर मिल्स को एग्रो बिजनेस कॉम्पलेक्स की तरह पूरे साल चलाया जाना चाहिए। गन्ने से चीनी निकलने के बाद उससे बचने वाले सह उत्पादों से इनोवेटिव प्रोडक्ट बनाने चाहिए। जिससे पूरे साल काम की कमी न हो।


आलू और मक्का से भी एथेनॉल
केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि एथेनॉल बनाने पर जोर दिया जा रहा है। लोगों को जानकारी नहीं है लेकिन गन्ने के अलावा आलू, मक्का और गेहूं भी एथेनॉल बनता है। अगर किसान इस क्षेत्र में काम करें तो उनकी आय बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि डिपार्टमेंट अगले सप्ताह से अमृत महोत्सव मनाएगी।

इन स्टूडेंट्स को मिला पुरस्कार
ललित मोहन, हिमांशु पांडे, विजय गौर, अनुज तिवारी, अभिषेक, अरुण कुमार,अवनीश पाल, प्रशंत कुमार यादव, निखिल गुप्ता, अंकुर वर्मा, निखिल गुप्ता, ऋषभ सिंह, शशांक, साधना मिश्रा, अरुण यादव, शत्रुघ्न महतो, मंजीत कुमार, अमरनाथ , अखिल कुमार, देवेंद्र प्रताप सिंह, धर्मेंद्र वर्मा।

Posted By: Inextlive