अब न कोई लिस्ट न फाइल, सीधे बैंक से होगा रिफंड
-- ई-ऑक्शन में असफल आवेदकों को रिफंड के लिए महीनों नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर
-- टॉप टू बिडर्स को छोड़कर अन्य असफल आवेदकों की धनराशि बैंक सीधे कर सकेगा रिफंड KANPUR: आने वाले समय में रिफंड के लिए आपको केडीए की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। रिफंड के लिए केडीए के बाबू न तो लिस्ट बनाएंगे और न हीं प्रपोजल या फाइल तैयार कर पास कराएंगे। ई-ऑक्शन के टॉप 2 बिडर्स को छोड़कर अन्य सभी असफल आवेदकों का रिफंड बैंक के जरिए सीधे हो जाएगा। प्रमुखता से पब्लिश की समस्यादिवाली पर हुए 166 प्लॉट, शॉप्स का ई-ऑक्शन केडीए ने किया था। 22 नवंबर को रिजल्ट डिक्लेयर होने बाद भी दर्जनों असफल आवेदक रिफंड के लिए केडीए के चक्कर काट रहे हैं। इनकी समस्या दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से प्रमुखता से पब्लिश की। इससे केडीए ऑफिसर हरकत में आ गए। उन्होंने रिफंड करना शुरू कर दिया है। सैटरडे तक 74 असफल आवेदकों को करीब 4 करोड़ रुपए के चेक रिफंड के लिए बैंक को भेजे जा चुके थे। इसी तरह मंडे को करीब 140 लोगों के 2.80 करोड़ रुपए और जारी किए गए। अभी भी 150 के लगभग असफल आवंटियों का रिफंड केडीए जारी नहीं कर सका है।
दो दिन में किया जाएगा रिफंडइसके साथ ही केडीए ऑफिसर्स ने रिफंड को लेकर आ रही समस्या को लेकर प्रॉपर्टी, एकाउंट सेक्शन व बैंक ऑफिसर्स के साथ मंथन किया। इस मीटिंग में केडीए वीसी किंजल सिंह, सेक्रेटरी केपी सिंह, फाइनेंस कंट्रोलर वीके लाल आदि अफसर शामिल रहे। इसमें डिसीजन हुआ कि टॉप टू बिडर्स को छोड़कर अन्य सभी असफल आवेदकों को रिफंड को रिजल्ट डिक्लेयर होने के दो दिन के भीतर कर दिया जाए। इसकी जिम्मेदारी बैंक को दी गई। इसमें केडीए के बाबुओं का कोई रोल नहीं रहेगा। यह व्यवस्था मौजूदा समय में चल रहे 101 प्लॉट, शॉप के ऑक्शन में लागू हो जाएगी।
''रिफंड में होने वाले देरी को देखते हुए कुछ डिसीजन किए गए। इससे टॉप टू बिडर्स को छोड़कर अन्य सभी के रिफंड दो दिन में ही कर दिए जाएगा। अब रिफंड के लिए इसी सिस्टम को अपनाया जाएगा.'' केपी सिंह, सेक्रेटरी केडीए