अब नहीं बनेगी द बर्निग ट्रेन
-इमरजेंसी में पैसेंजर्स को बचाएगा रनिंग स्टाफ
- ट्रेनों में आग कंट्रोल करने के साथ डिफरेंट इमरजेंसी सिचुएशन से निपटने के लिए रेलवे के रनिंग स्टाफ को दी जा रही ट्रेनिंग KANPUR: ट्रेनों का सफर और भी सुरक्षित करने के लिए रेलवे अपने रनिंग स्टाफ को फायर कंट्रोल समेत किसी भी इमरजेंसी से निपटने की ट्रेनिंग दे रहा है। कानपुर में आरपीएफ सिपाही, रेलवे के एसी मैकेनिक, हेल्पर, टीटीई समेत कई डिपार्टमेंट के वर्कर्स को ट्रेनिंग दी जा रही है। प्रयागराज डिवीजन के पीआरओ केशव त्रिपाठी ने बताया कि कानपुर में पहले फेज की ट्रेनिंग में 40 लोग शामिल हैं। ट्रेनिंग में फायर कंट्रोल करने के साथ, ट्रेन एक्सीडेंट के दौरान पैसेंजर्स को कोचों से बाहर निकालना और उन्हें फर्स्ड एड देना भी सिखाया जा रहा है। स्पार्किंग की आशंका अधिकरेलवे ऑफिसर्स का कहना है कि एलएचबी कोच वाली ट्रेनों में पॉवर सप्लाई के लिए ट्रेन के आगे और पीछे दोनों ओर पॉवर केबिन लगाया जाता है। जिससे सभी कोचों में पॉवर सप्लाई होती है। इन ट्रेनों में पॉवर केबिन में स्पार्किंग की समस्या होती रहती है। इससे आग लगने का खतरा भी होता है। इसके लिए उस कोच में पॉवर केबिन ऑपरेटर के साथ तीन हेल्पर व फायर कंट्रोल उपकरण भी उपलब्ध होता है।
1 वीक की ट्रेनिंग दी जा रही है
40 वर्कर्स को फर्स्ट फेज में ट्रेनिंग 300 कर्मचारियों को दी जाएगी ट्रेनिंग 75 परसेंट ट्रेनों में लगते एलएचबी कोच ''पैसेंजर्स की सुरक्षित यात्रा रेलवे की फर्स्ट प्रॉयरिटी है। इसी के तहत रनिंग स्टाफ विभिन्न आपातकाल स्थितियों से निपटने की ट्रेनिंग दी जा रही है.'' केशव त्रिपाठी, पीआरओ, प्रयागराज डिवीजन