कानपुर: हाउस टैक्स ही नहीं, वाटर टैक्स भी अब भरना पड़ेगा कई गुना
कानपुर (ब्यूरो)। नगर निगम के जीआईएस सर्वे से हजारों मकानों का हाउसटैक्स 5-5 गुना तक बढ़ गया है। इसका असर जलकल के बिल यानि वाटर टैक्स पर भी पड़ेगा। क्योंकि नगर निगम के एनुअल रेंटल वैल्यू डेटा बेस के जरिए ही जलकल डिपार्टमेंट वाटर टैक्स वसूलता है। इसके लिए बकायदा स्लैब तय कर रखी है। जलकल ऑफिसर्स के मुताबिक जिन घरों में हाउस टैक्स बढ़ा है, उनका वाटर टैक्स बढऩा तय है। अभी जलकल की डेटा मैचिंग की जा रही है। अगले वर्ष एरियर के साथ जलकल डिपार्टमेंट वाटर टैक्स के बिल जारी करेगा। यानि हाउस टैक्स की तरह कानपुराइट्स को कई-कई गुना तक वाटर टैक्स भी चुकाना होगा।
नगर निगम के डेटाबेस पर बिलिंग
नगर निगम के टैक्स नेट में लगभग 4.50 लाख प्रॉपर्टीज हैं। इनमें रेजीडेंशियल, कॉमर्शियल व इंडस्ट्रियल प्रॉपर्टीज भी शामिल है। जलकल डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी डॉ.पीके सिंह के मुताबिक सिटी में 3.25 लाख के करीब वाटर कनेक्शन हैं। जलकल इनकी बिलिंग नगर निगम के एनुअल रेंटल वैल्यू(एआरवी) के डेटा बेस के आधार पर करता है। अगर एआरवी बढ़ा है तो वाटर टैक्स भी बढ़ेगा।
फिलहाल नई और छूटी प्रॉपर्टी
करंट फाइनेंशियल ईयर में जलकल डिपार्टमेंट ने पिछले वर्ष के नगर निगम के डेटा बेस के आधार पर वाटर टैक्स की बिलिंग की है। केवल जीआईएस सर्वे में मिली छूटी हुई और नई प्रॉपर्टी को शामिल किया है। पुरानी प्रॉपर्टी का एनुअल रेंटल वैल्यू बढऩे की मैचिंग की जा रही है। इसी वजह से पुराने मकानों का वाटर टैक्स के बिल पिछले वर्ष के बराबर ही है। जलकल इम्प्लाइज के मुताबिक नगर निगम के जीआईएस सर्वे के हाउस टैक्स डेटा बेस को पूरी तरह से अगले वर्ष वाटर टैक्स की बिलिंग में शामिल किया जाएगा।
कई गुना वाटर टैक्स
जलकल ने वाटर टैक्स तय करने के लिए एआरवी की स्लैब तय कर रखी है। इसी एआरवी के आधार पर नगर निगम हाउस टैक्स की बिलिंग करता है। 70 वार्डों में जीआईएस सर्वे के बाद मकानों का कारपेट(कवर्ड एरिया) बढऩे से एआरवी कई गुना तक हो गई है। जिससे हाउस टैक्स भी पांच-पांच गुना तक हो गया है। यही नहीं नगर निगम एक अप्रैल 2022 से टैक्स लगा रहा है, यानि दो साल का एरियर भी है। इसी फाइनेंशियल से जलकल डिपार्टमेंट भी अगले वर्ष वाटर टैक्स की बिलिंग करेगा। जिससे वाटर टैक्स बिल भी करंट की अपेक्षा नेक्स्ट ईयर कई गुना तक भरना पड़ेगा।
-- नगर निगम के हाउस टैक्स के डेटा से जलकल मैचिंग कर रहा है। जीआईएस सर्वे में मिली छूटी और नई प्रॉपर्टीज में वाटर टैक्स की बिलिंग इसी वर्ष से की जा रही है। पुरानी प्रॉपर्टी की पूरी तरह से बिलिंग अगले वर्ष एरियर के साथ की जाएगी।
-- डॉ। पीके सिंह, सेक्रेटरी जलकल डिपार्टमेंट
ये है वाटर टैक्स स्लैब
एआरवी-- वाटर टैक्स
0--360--- 799 रु।
361 से 2 हजार-- 1370 रु।
2001--3500-- 1754 रू।
3501 से 5000-- 2338 रु।
5001 से 19000--2923 रु।
19 हजार से अधिक -एआरवी का 12.5 परसेंट
(टैक्स एनुअली है, जलकल के मुताबिक)
मैक्सिमम मंथली रेंटल रेट(हाउस टैक्स)
वार्ड-- रेट
मैकराबर्ट्सगंज -- 1.64 रु।
विष्णुपुरी-- 1.71 रु।
चकेरी--- 1.05 रु।
जवाहर नगर--1.64 रु।
खलासी लाइन--1.62 रु।
कल्याणपुर-- 1.32 रु।
रायपुरवा-- 1.57 रु।
सरोजनी नगर--1.71 रु।
किदवई सब्जी मंडी-- 1.84 रु।
कृष्णा नगर--1.31 रु।
बाकरगंज-- 1.63 रु।
अशोक नगर-- 1.71 रु।
नवाबगंज-- 1.64 रु।
तिलक नगर--1.84 रु।
बसंत विहार--1.33 रु।
सिविल लाइंस-- 1.84 रु।
लाजपत नगर-- 1.71 रु।
नौबस्ता वेस्ट--1.31 रु।
परेड-- 1.71 रु।
कर्नलगंज--1.62 रु।
( मैक्सिमम रेंटल रेट रुपए प्रति स्क्वॉयर फिट प्रति माह हैं और नगर निगम वेबसाइट के मुताबिक हैं)
इस तरह हाउस टैक्स तय होता है
- मकान की एनुअल रेंटल वैल्यू(एआरवी) का 15 परसेंट हाउस टैक्स लिया जाता है।
- 10 साल तक के पुराने मकान में एआरवी में 25 परसेंट की डिस्काउंट दी जाती है
- 10 से 20 वर्ष तक पुराने मकान में एआरवी पर 32.5 परसेंट छूट दी जाती है
- 20 वर्ष से अधिक पुराना मकान होने पर एआरवी पर 40 परसेंट की छूट दी जाती है।
ऐसे तय होती एनुअल रेंटल वैल्यू(एआरवी)
नगर निगम ने सभी 110 वार्डो में रोड की चौड़ाई के हिसाब तीन मंथली रेंटल रेट तय कर रखे हैं। जो कि 12 मीटर से कम, 12 से 24 मी। और 24 मीटर से अधिक चौड़ी रोड पर स्थित प्रॉपर्टी के लिए है। इसमें आरसीसी व आरबीसी, अन्य पक्का मकान व कच्चा मकान के हिसाब से भी रेट तय हैं।
एआरवी निकालने का फॉर्मूला
एआरवी बराबर मकान का कारपेट एरिया (वर्ग फिट में) इनटू मंथली रेंट रेट इनटू 12
--नॉर्मली मकान के 80 परसेंट एरिया को कारपेट एरिया में लिया जाता है
( किचन, बालकनी, कारीडोर, स्टेयर्स एरिया, वाशरूम, स्टोर आदि में 50 परसेंट की छूट होती है