नॉन कोविड पेशेंट्स को अस्पताल में बेड की मुसीबत
- एलएलआर अस्पताल में नॉन कोविड पेशेंट्स का लोड, मेडिसिन वार्डो में एक बेड पर दो को भर्ती करने की नौबत
KANPUR: सिटी में कोरोना संक्रमण के साथ ही दूसरी बीमारियों के मरीजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। इस बीच प्राइवेट हॉस्पिटल्स भी बिना कोविड जांच के पेशेंट्स को भर्ती करने में कतरा रहे हैं। इस बीच एलएलआर हॉस्पिटल और उर्सला अस्पताल में पेशेंट्स का लोड काफी बढ़ गया है। सिर्फ एलएलआर अस्पताल की ही बात करें तो यहां के मेडिसिन डिपार्टमेंट के वार्ड फुल हो चुके हैं। नेत्र रोग विभाग के एक वार्ड में भी पेशेंट्स भर्ती किए गए। जो अब फुल हो गया है। इस बीच कई वार्डो में एक बेड पर दो पेशेंट्स का इलाज करना पड़ रहा है। रात में नॉन कोविड की प्रॉब्लमसिटी में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्राइवेट अस्पताल में भी बिना कोविड निगेटिव रिपोर्ट के मरीजों की भर्ती पर संकट आ गया हैं। इसका सीधा असर एलएलआर और उर्सला अस्पताल की इमरजेंसी सर्विसेस पर पड़ा है। जहां खासकर रात के वक्त इमरजेंसी पेशेंट्स सबसे ज्यादा आ रहे हैं। हैलट इमरजेंसी में ही टयूजडे रात को 40 पेशेंट्स भर्ती हुए। सांस की बीमारी हो या फिर हार्ट प्रॉब्लम, बीपी या किडनी लीवर की बीमारी वाले पेशेंट्स हो इनके इलाज में अब कोरोना की फांस भी फंसने लगी है। हैलट के बाद उर्सला में भी बीते एक हफ्ते से पेश्ेांट लोड बढ़ा है। यहां के इमरजेंसी मेल-फीमेल वार्ड में लगातार पेशेंट्स भर्ती हो रहे है। भर्ती होने वाले पेशेंट्स की संख्या सामान्य दिनों के मुकाबले ज्यादा है।
आईसीयू और वार्ड फुल जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में पेशेंट्स के इलाज के लिए 220 बेड हैं। इसके अलावा मेडिसिन आईसीयू में भी 15 वेंटीलेटर और इमरजेंसी वार्ड में 16 बेड हैं। टयूजडे को दिन भर में 70 पेशेंट्स भर्ती हुए। जिसमें से रात के वक्त 40 पेशेंट्स भर्ती किए गए। विभाग की हेड और वाइस प्रिंसिपल डॉ.रिचा गिरि ने जानकारी दी कि मेडिसिन वार्ड फुल हैं इस वजह से नेत्ररोग विभाग से एक वार्ड मरीजों को भर्ती कर इलाज करने के लिए लिया है। आईसीयू भी फुल चल रहा है। इन सरकारी अस्पतालों में नॉन कोविड ट्रीटमेंट- - हैलट अस्पतालल(इमरजेंसी पेशेंट्सस) - एलपीएस इंस्टीटयूट ऑफ कार्डियोलॉजी - उर्सला अस्पताल - जेके कैंसर अस्पताल - केपीएम अस्पताल - डफरिन अस्पताल - मुरारी लाल चेस्ट अस्पताल - बालरोग अस्पताल ----------------