लंदन ओलंपिक क्वालीफायर से 11 दिन पहले भारतीय हाकी टीम के कोच माइकल नोब्स बारीक पहलुओं पर मेहनत करने में जुटे हैं और उनका मानना है कि अतीत में भारी पड़ चुकी गलतियों से बचने के लिए यह जरूरी है.


नोब्स ने मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम पर पत्रकारों से कहा ,‘‘ अभ्यास अच्छा चल रहा है। चोट की कोई समस्या नहीं है और हम बारीक पहलुओं पर मेहनत कर रहे हैं.’’ पिछले कुछ दिनों से भारत के पूर्व कप्तान दिलीप टिर्की डिफेंडरों को मार्गदर्शन दे रहे हैं जबकि नोब्स का खास ध्यान ड्रैग फ्लिकरों पर है.  उन्होंने कहा ,‘‘ दिलीप कुछ दिन पहले ही शिविर से जुड़े हैं और डिफेंडरों पर मेहनत कर रहे हैं। हमने डिफेंस को मजबूत बनाने के लिए उनकी सेवाएं ली है.’’ उन्होंने कहा ,‘‘ अगले चार पांच दिन हम विरोधी टीमों का विश्लेषण करेंगे.’’  नोब्स ने कहा ,‘‘ आधुनिक हाकी में पेनल्टी कार्नर काफी अहम पहलु है जिसके दम पर मैच जीते या हारे जा सकते हैं। हम इसमें सुधार कर रहे हैं। टीम में तीन चार सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकर हैं.’’
 कोच ने अपनी टीम को आत्ममुग्धता से बचने की भी ताकीद की। भारतीय टीम 18 से 26 फरवरी तक होने वाले क्वालीफायर में कनाडा, सिंगापुर, फ्रांस, इटली और पोलैंड से खेलेगी.  नोब्स ने कहा ,‘‘ कोई भी मैच आसान नहीं होगा क्योंकि सभी टीमों को ओलंपिक क्वालीफाई करने की उम्मीद है। हमारे पास बेहतर टीम है लेकिन हम किसी को हलके में नहीं ले सकते.’’

Posted By: Inextlive