शताब्दी एक्सप्रेस से कोरोना वायरस की छुट्टी
- एनआर डिवीजन ने यूवी-सी तकनीक से ट्रेन का सेनेटाइजेशन शुरू किया, वायरस मारने में 99 परसेंट कारगर
KANPUR। ट्रेन से कोरोना वायरस की छुट्टी करने के लिए रेलवे ने एयर इंडिया की तरह यूपी-सी (अल्ट्रावायलेट-सी) तकनीक का यूज करना शुरू कर दिया है। रेलवे ने स्वर्ण शताब्दी से इसकी शुरुआत की है। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इस तकनीक से कोरोना वायरस को 99.99 फीसद नष्ट किया जा सकता है। फिलहाल, इसकी शुरुआत लखनऊ से नई दिल्ली चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस से की गई है। जल्द ही अन्य ट्रेनों में भी इसका यूज होगा। वा¨शग लाइन में इस तकनीक से पूरी ट्रेन को संक्रमण से मुक्त करने के बाद यात्री ट्रेन पर सफर करेंगे। क्या है यूवी-सी तकनीकयूवीसी तकनीक वायरलेस रिमोट कंट्रोल से चलने वाले रोबोटिक सिस्टम पर आधारित है। रिमोट कंट्रोल से इस रोबोटनुमा मशीन को आगे पीछे किया जा सकता है। इसमें यूवी का तात्पर्य अल्ट्रा वायलट है, जबकि सी निकलने वाली किरण की कैटेगरी है, जो वायरस को 99 परसेंट तक खत्म करने की क्षमता रखता है। इस रोबोट में दो ¨वग्स लगे होते हैं। जो यात्री कोच में जाते ही फैल जाते हैं। इन ¨वग्स से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट-सी किरणें कोरोना के संक्रमण को पूरी तरह समाप्त कर देती हैं। सीपीआरओ डॉ। शिवम शर्मा ने बताया कि टेस्टिंग में सामने आया कि इस तकनीक से जीवाणु, कीटाणु और रोगाणु 99.99 फीसद तक समाप्त हो गए। इसका ह्यूमन लाइफ पर कोई नुकसानदेह असर नहीं है।
स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में इस तकनीक का प्रयोग शुरू किया गया है। ये भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) से प्रमाणित है। इस तकनीकी का यूज जल्द ही अन्य वीआईपी ट्रेनों में भी शुरू किया जाएगा। डॉ। शिवम शर्मा, सीपीआरओ, एनसीआर