साढ़ और अहिरवां ब्रिज पर दिल दहलाने वाली दो घटना सामने आई. दोनों ही मामलों में महिला बच्चे समेत कुल 31 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इस हादसे का मुख्य कारण सडक़ों पर छाए अंधेरे को भी माना जा रहा है. अगर यहां पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था होती तो शायद हादसा टल सकता था.

कानपुर(ब्यूरो)। साढ़ और अहिरवां ब्रिज पर दिल दहलाने वाली दो घटना सामने आई। दोनों ही मामलों में महिला, बच्चे समेत कुल 31 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इस हादसे का मुख्य कारण सडक़ों पर छाए अंधेरे को भी माना जा रहा है। अगर यहां पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था होती तो शायद हादसा टल सकता था, लेकिन यह स्थिति सिर्फ इन्हीं दोनों घटनास्थल की नहीं बल्कि शहर की तमाम एरियाज और रोड्स की है। शाम होते ही इलाके अंधरे में डूब जाते हैं। हादसों के साथ लूट, चोरी और छेड़छाड़ का भी खतरा बना रहता है।

मेट्रो रूट पर भी अंधेरा
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने संडे को रियलटी चेक किया तो नगर निगम के दावों की पोल खुल गई। सिटी अधिकतर मोहल्ले से लेकर दादानगर पुल, विजयनगर चौराहा से फायर स्टेशन, नया दादानगर पुल, मेट्रो रूट आईआईटी से मोतीझील, टाटमिल चौराहे से नये पुल, मीरपुर फायर स्टेशन से लेकर पीएसी तिराहा समेत कई एरियाज में अंधेरे में डूबे रहे रहे। जिससे एक्सीडेंट के खतरे के साथ-साथ रहगीरों को रोड पर चलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। सिटी की मुख्य रोड जीटी रोड और वीआईपी रोड के कई हिस्सों में भी यही हाल था

शिकायतों का अंबार
नगर निगम कंट्रोल रूम में स्ट्रीट लाइट ठीक करवाने और नए लगवाने के लिए शिकायतों का अंबार लगा रहता है। ज्यादातर शिकायतें कंट्रोल रूम नंबर और नगर निगम के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर आती हैं। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक, रोजाना औसतन आठ से दस शिकायतें दर्ज कराई जाती हैं, हैरानी की बात है कि शिकायत तो दर्ज कर ली जाती है, लेकिन अधिकतर मामलों में समस्या का समाधान नहीं किया जाता है। जिस कारण अधिकतर मोहल्ले और रोड अंधेरे में डूबे रहते हंै। आंकड़े बताते हैं कि मार्ग प्रकाश के पास सितंबर तक 146 मामलों का निस्तारण करना बाकी है।

यहां बना रहता है अक्सर बना
विजयनगर चौराहा से फायर स्टेशन तक
दादानगर नए वाले पुल पर भी अंधेरा
मेट्रो रूट आईआईटी से मोतीझील तक
झकरकटी पुल पर अक्सर रहता अंधेरा
टाटमिल चौराहे नये पुल तक
साइड नंबर वन से किदवई नगर तक
गोविंद नगर पुराना पुल के पास अंधेरा
चावला मार्केट से गोपाला तिराहा
जूही डिपो से लेकर बारादेवी चौराहा
मीरपुर फायर स्टेशन से लेकर पीएसी तिराहा
जेके मंदिर नहर रोड के पास अंधेरा


साल 2022-2023 में मार्ग प्रकाश का बजट
1.20 करोड़ रुपए का बजट
110 वार्ड में लगनी हंै स्ट्रीट लाइट
15-15 स्ट्रीट लगाने का है प्रस्ताव
1650 स्ट्रीट लाइट कुल लगाई जाएंगी
146 शिकायतें पड़ी है पेंडिंग
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लोग कर रहे शिकायत
वार्ड-41 आवास विकास हंसपुरम, नौबस्ता में सडक़ की स्ट्रीट लाइट की दिशा ही बदल गई है। साथ ही मोहल्ले में तीनों ओर लगी स्ट्रीट लाइट ही खराब हैं। जिससे अंधेरा छाया रहता है।
परवीन कुमार


आवास विकास-3 कल्याणपुर पनकी में पिछले एक महीने से स्ट्रीट लाइट खराब है। जिससे एरिया अंधेरे रहता है। वहां से गुजरने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
दीपक विश्वा


आवास विकास हंसपुरम नौबस्ता मकान नंबर 1424 के पास पिछले काफी समय से लाइट खराब है। इसकी कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अब तक ठीक नहीं किया गया है।
अंकित बाजपेयी


जाजमऊ चौराहा के पास स्ट्रीट लाइट नहीं है। जिस वजह से यह क्षेत्र किसी गांव की तरह लगता है, जिससे अंधेरा होने से एक्सीडेंट का भी खतरा मंडराता रहता है। शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई
दानिश रहमान

Posted By: Inextlive