देशी और रूसी वैक्सीन से कोई साइड इफेक्ट नहीं
- मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन डिपार्टमेंट में 13 वॉलंटियर्स को लगी स्पूतनिक वैक्सीन
-देसी वैक्सीन के ट्रॉयल भी हुए शुरू, आधे लोगों को लगेगी प्लेसिबो वैक्सीन KANPUR: कोरोना वायरस से बचाव के लिए सबसे बड़े अस्त्र कोविड वैक्सीन के सेकेंड और फाइनल स्टेज के ट्रायल में कुल 30 वॉलंटियर्स को देसी और रूसी वैक्सीन लगाई गई। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन डिपार्टमेंट के एचडीयू में 13 वॉलंटियर्स को रूसी वैक्सीन स्पूतनिक लगाई गई। वैक्सीन लगने के बाद किसी भी वॉलंटियर में किसी प्रकार का दुष्प्रभाव फौरी तौर पर नजर नहीं आया। वैक्सीन लगाने के लिए डॉ। रेड्डीज कंपनी के रिप्रेजेंटेटिव्स भी आए थे।डॉक्टर्स की निगरानी में सभी वॉलंटियर्स को वैक्सीन लगाई गई। वहीं आर्य नगर स्थित एक हॉस्पिटल में भारत बायोटेक की देसी कोरोना वैक्सीन का डोज भी 17 वॉलंटियर्स को दिया गया। इन दोनों ही जगहों पर अभी कुछ दिन और यह वैक्सीन चरणबद्ध तरीके से लगाई जाएगी। इसके बाद वॉलंटियर्स पर इसके प्रभावों पर स्टडी होगी।
किसी को कोई प्राॅब्लम नहींमेडिसिन डिपार्टमेंट की हेड प्रो। रिचा गिरि ने जानकारी दी कि सुबह ही मेडिसिन कंपनी के रिप्रेजेंटेटिव्स डिपार्टमेंट आ गए थे। वॉलंटियर्स को उसी दौरान वैक्सीन लगाई गई। वैक्सीन लगने के बाद किसी भी वॉलंटियर में कोई प्रॉब्लम सामने नहीं आई। जिसके बाद सभी वॉलंटियर्स को घर भेज दिया गया। बचे हुए 7 वॉलंटियर्स को भी जल्द डोज दिया जाएगा।
कई दिन तक चलेगी प्रक्रिया देसी कोरोना वैक्सीन के फेज थ्री ट्रॉयल में चीफ गाइड डॉ.जेएस कुशवाहा ने बताया कि वैक्सीनेशन के पहले दिन 17 वॉलंटियर्स को वैक्सीन लगाई गई है। किसी में भी किसी प्रकार की प्रॉब्लम नहीं आई है। वैक्सीनेशन का प्रोसेस पूरा होने के बाद एक निश्चित वक्त के बाद इन वॉलंटियर्स की दोबारा जांच होगी। जिसमें पता चल सकेगा कि एंटीबॉडी बनी या नहीं।