फायर फाइटिंग अरेंजमेंट नहीं तो बिल्डिंग हो जाएगी सीज
कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर में अगर आपके पास भी 15 मीटर से ऊंची कोई कॉमर्शियल बिल्डिंग है तो उसमें जल्द फायर सेफ्टी के सारे इंतजाम कर लीजिए, नहीं तो आपकी बिल्डिंग सीज हो सकती है। इतना ही नहीं, आपको तगड़ा जुर्माना भी देना पड़ सकता है। दरअसल, फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज एक्ट 2022 को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है। ऐसे में अब नये नियमों के मुताबिक, फायर सर्विस फायर एंड इमरजेंसी सर्विस डिपार्टमेंट के नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा फायर डिपार्टमेंट को कई पॉवर भी मिलेंगी। जिससे अधिकारी फायर मानकों में खरा न उतरने वाली बिल्डिंग के खिलाफ सीधे कार्रवाई कर सकेंगे। बिल्डिंग सीज करने के साथ ही जुर्माना भी लगा सकेंगे।
नहीं रखा एफएसओ तो होगी कार्रवाई
फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज अधिनियम 2022 के अनुसार जिम्मेदार बिल्डिंग व प्रतिष्ठानों के मालिकों को किसी भी हाल में नियमावली जारी होने के 30 दिन के अंदर फायर सेफ्टी ऑफिसर रखना होगा। अगर फायर ऑफिसर जांच करता है और फायर सेफ्टी ऑफिसर की नियुक्ति नहीं होती है तो प्रतिष्ठान पर 10 रुपये प्रति वर्ग मीटर से लेकर 50 रुपये प्रति वर्ग मीटर तक का जुर्माना भी किया सकता है। किसी स्थिति में यदि फायर सेफ्टी अधिकारी नौकरी छोड़ता है तो एक हफ्ते के अंदर ही दूसरे अधिकारी की नियुक्ति करना आवश्यक होगा।
यूपी में उत्तर प्रदेश फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज अधिनियम 2022 को 18 जनवरी को कैबिनेट से मंजूरी मिली है। फायर की नई नियमावली को बनाने के लिए होम डिपार्टमेंट ने 6 सदस्यीय टीम बनाई है। डीजी फायर के नेतृत्व में टीम नई नियमावली पर काम कर रही है। अब जल्द ही शासनादेश भी जारी किया जाएगा। नई नियमावली में फायर सेफ्टी एक उल्लंघन करने वालों से कितना समन शुल्क वसूलना है, फायर सेफ्टी के लिए नए मानक क्या है और वाटर टैक्स, हाउस टैक्स की तरह फायर टैक्स भी वसूला जाएगा, ये सारी चीजें तय की जाएंगी। हजारों यूथ को मिल सकता है मौका
यूपी फायर सर्विस के ऑफिसर्स के अनुसार, हजारों ऐसे बिल्डिंग है, जहां फायर सेफ्टी ऑफिसर की नियुक्ति करना आवश्यक होगा। नियमावली बनने के बाद सभी बिल्डिंग मालिकों को जिले के चीफ फायर के द्वारा नोटिस दी जाएवी। माना जा सकता है कि 2023 में करीब हजारों फायर सेफ्टी ऑफिसर की जॉब होंगी। जो प्रतिष्ठान बड़े होंगे वह एक से अधिक फायर सेफ्टी ऑफिसर या उसके सहयोगी की नियुक्ति कर सकता है ऐसे में नौकरियों की संख्या भी बढ़ सकती है।
कहां से करें फायर सेफ्टी कोर्स
जॉब के लिए डिग्री व डिप्लोमा करना जरूरी है। हालांकि यूपी में अभी किसी कॉलेज में यह डिप्लोमा नहीं है, लेकिन हरियाणा, दिल्ली, मुम्बई, नागपुर व तमिलनाडु में फायर एंड इमरजेंसी सर्विस के कालेजों की भरमार है। इसके अलावा इंदौर का आईपीएस अकेडमी, नेशनल फायर सर्विस कॉलेज नागपुर, पावइ इंजीनियरिंग कॉलेज तमिलनाडु, कोच्चि व बख्तियारपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से डिग्री व डिप्लोमा कर सकते हंै।