बैरियर न होने से हॉटस्पॉट पड़े हैं 'ठंडे'
-स्वरूप नगर थाने ने नगर निगम को भेजी रिपोर्ट, कहा बांस-बल्ली न होने से नहीं बन पा रहे हॉटस्पॉट
-थाना क्षेत्र के 29 हॉटस्पॉट मोहल्लों में नहीं हो पाई बेरिकेडिंग, इंफेक्शन फैलने का बना हुआ है खतराKANPUR: कोरोना के नए पेशेंट मिलते ही उस एरिया को हॉटस्पॉट बना दिया जाता है जिससे इंफेक्शन फैलने से रोका जा सके। मोहल्ले को बांस-बल्ली लगाकर बेरीकेड कर दिया जाता है। जिससे इलाके में कोई बाहरी एंट्री न कर सके। लेकिन, हॉटस्पॉट एरिया को सील करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। एरिया सील न होने से कंटेनमेंट जोन में भी बड़ी संख्या में लोग एक-दूसरे के संपर्क में रहते हैं और सिटी में बेरोकटोक आते जाते हैं। इससे अन्य लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में स्वरूप नगर थाने ने नगर निगम को रिपोर्ट सौंपी है जिसमें बताया है कि बांस-बल्ली न होने से कोरोना पेशेंट वाले एरियाज को बैरिकेड करने में दिक्कतें आ रही हैं। थाना क्षेत्र में 29 हॉटस्पॉट को बैरिकेड नहीं किया जा सका है।
पुलिस ही करती है बैरिकेडबता दें कि कोरोना पेशेंट के मिलने के बाद पुलिस ही संबंधित एरिया में बैरिकेड और कोरोना हॉटस्पॉट का बैनर लगाती है। कई थाना क्षेत्र में बांस-बल्ली न होने पर बेकार पड़े खंभे, ड्रम और अन्य सामानों को लगाकर रास्ता बंद कर दिया जाता है। लेकिन अधिक संख्या में कोरोना पॉजिटिव मिलने से एरिया सील करने में पुलिस को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि ज्यादातर हॉटस्पॉट सिर्फ कागजों में चल रहे हैं। हकीकत में इन एरियाज में आने-जाने पर कोई पाबंदी नहीं है। लोग बिना रोकटोक आ-जा रहे हैं। यहां तक कि दुकानें भी खुल रही हैं।
------------- इन एरियाज में नहीं हो पाई बैरिकेडिंग -अशोक नगर -बेनाझाबर -हैलट हॉस्टल -पीजी हॉस्टल मेडिकल कॉलेज -गर्ल्स हॉस्टल मेडिकल कॉलेज -आवास कैंपस मेडिकल कॉलेज -आईडीएच सर्वेट क्वार्टर -नियर पाम कोर्ट अपार्टमेंट -सेल्स टैक्स रोड -कैलाश अपार्टमेंट -हेमिल्टन -ई-स्वरूप नगर -राजकीय बालिका बाल गृह -रमनिका अपार्टमेंट -एमरॉल्ड गार्डन -राधे कृष्ण अपार्टमेंट -कॉनकोर्ड अपार्टमेंट -हेबीटेट अपार्टमेंट -------------- हॉटस्पॉट एरियाज को बैरिकेड करने के लिए बांस-बल्ली व अन्य जरूर संसाधन संबंधित थाने को उपलब्ध कराई जा रहे हैं। -कैलाश सिंह, चीफ इंजीनियर, नगर निगम।