जीएसवीएम मेडिकल कालेज की फैकल्टी की अटेंडेंस नेशनल मेडिकल कमीशन &एनएमसी&य की वेबसाइट पर पूरी नहीं लग रही है. इस पर एनएमसी ने जीएसवीएम मेडिकल कालेज को नोटिस भेजा है. इसे प्रिंसिपल प्रो. संजय काला ने गंभीरता से लेते हुए फ्राइडे सुबह वाइस प्रिंसिपल प्रो. रिचा गिरि एचओडी व सीनियर आफिसर्स की बैठक बुलाई


कानपुर (ब्यूरो)। जीएसवीएम मेडिकल कालेज की फैकल्टी की अटेंडेंस नेशनल मेडिकल कमीशन &एनएमसी&य की वेबसाइट पर पूरी नहीं लग रही है। इस पर एनएमसी ने जीएसवीएम मेडिकल कालेज को नोटिस भेजा है। इसे प्रिंसिपल प्रो। संजय काला ने गंभीरता से लेते हुए फ्राइडे सुबह वाइस प्रिंसिपल प्रो। रिचा गिरि, एचओडी व सीनियर आफिसर्स की बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने फैकल्टी, सीनियर रेजीडेंट व जूनियर रेजीडेंट और सपोर्टिंग स्टाफ को आधार नंबर आधारित बायोमेट्रिक अटेंडेंस एनएमसी की मशीनों पर अनिवार्य रूप से लगाने का निर्देश दिया।

बायोमैट्रिक मशीनों की कमी


प्रो। काला ने स्पष्ट किया कि एनएमसी ने अगस्त से लेकर दिसंबर तक की अटेंडेंस भेजी है, जो संतोषजनक नहीं है। इसलिए मशीनों पर सभी लोग अटेंडेंस अनिवार्य रूप से लगाएं। बायोमेट्रिक मशीनें हर डिपार्टमेंट, इमरजेंसी और सेंट्रल लाइब्रेरी में लगी हैं। इन मशीनों पर आधार नंबर आधारित आनलाइन उपस्थिति फैकल्टी, एसआर, जेआर के साथ सपोर्टिंग स्टाफ, जिसमें टेक्नीशियन, नर्सिंग स्टाफ, फार्मासिस्टों को लगानी है। एचओडी ने नेटवर्क की समस्या, बिजली जाने पर मशीनें बंद होने और सभी जगह पर मशीनें न होने की समस्या भी बताई। बैठक में एसआईसी डा। आरके ङ्क्षसह और सभी डिपार्टमेंट के एचओडी मौजूद रहे।नेटवर्क होगा बेहतर

प्रिंसिपल ने बताया कि 25 और नई मशीनें मंगाई गई हैं, जो जरूरत के हिसाब से लगाई जाएंगी। हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड से अनुबंध किया जा रहा है। जगह-जगह यूपीएस भी लगाए जाएंगे, जिससे आपूर्ति बाधित होने पर भी मशीनें बंद न होने पाएं।

Posted By: Inextlive