सट्टेबाजों के लिए आईपीएल किसी त्योहार से कम नहीं है. पुलिस की तमाम कोशिशों और निगरानी के बावजूद आईपीएल शुरू होते ही सट्टेबाजों ने फिर भाव और दांव लगाने शुरू कर दिए हैं. पुलिस की नजरों से बचने के लिए सट्ेबाजी का नेटवर्क ऑनलाइन ऑपरेट किया जा रहा है. लेकिन एक्टिव क्राइम ब्रांच की टीम ने सट्टेबाजों के नेटवर्क को तोड़ते हुए गैंग का भंडाफोड़ किया है. संडे को गोङ्क्षवद नगर क्षेत्र स्थित एक मकान में स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी करके देश भर में ऑनलाइन सट्टा लगवाने वाले नौ सटोरियों को अरेस्ट किया है. पुलिस ने इनके पास 45 लाख रुपये की नकदी मोबाइल और लैपटाप बरामद किए हैं.

कानपुर (ब्यूरो) पुलिस कमिश्नर ने गैैंग की जांच के लिए डीसीपी क्राइम के नेतृत्व में एसआईटी (विशेष जांच दल के गठन) बनाने का आदेश दिया है। पुलिस कमिश्नर विजय ङ्क्षसह मीना ने गिरोह के पर्दाफाश की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्राइम ब्रांच टीम ने थाना पुलिस के साथ मिलकर सैटरडे देर रात दस बजे गोङ्क्षवदनगर ब्लाक तीन निवासी लोकेश के घर पर दबिश दी। जिस वक्त पुलिस मकान में दाखिल हुई, उस वक्त आईपीएल मैच चल रहा था और मौजूद सट्टेबाज हर बॉल पर दांव लगा रहे थे।

प्रोबेटडाटकाम के जरिए
पुलिस की मौजूदगी देखकर सट्टेबाजों ने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर नौ सटोरियों को मौके से धर दबोचा। पुलिस ने इनके पास से 45.30 लाख रुपए नगद, दो टेबलेट, दो नोटपैड और 27 मोबाइल फोन के अलावा हिसाब किताब वाला एक रजिस्टर बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक सट्टेबाजी का ये खेल प्रोबेटडाटकाम नाम से संचालित वेबसाइट की आईडी खरीदकर खेला जा रहा था। गिरोह के तार आगरा से भी जुड़े हैं।

Posted By: Inextlive