अब नहीं छपेगी 'न्यूज़वीक'
इस पत्रिका का आखिरी प्रिंट संस्करण 31 दिसंबर को आएगा जिसमें अखबारों और पत्रिकाओं के ऑनलाइन संस्करण की तरफ बढ़ने के रुझान की चर्चा होगी क्योंकि पारंपरिक विज्ञापनों से होने वाली उनकी आय घट रही है।
दो साल पहले न्यूज़वीक का इंटरनेट समाचार समूह 'डेली बीस्ट' के साथ विलय हुआ था। डेली बीस्ट की संस्थापक टीना ब्राउन का कहना है कि अब उनकी वेबसाइट को हर महीने 1.5 करोड़ लोग पढ़ रहे हैं जो पिछले साल के मुकाबले 70 प्रतिशत ज्यादा है।बंद करने का फैसला क्यों?एक बयान में उन्होंने कहा, “इस वक्त प्रिंट संस्करण से निकलना हम सब के लिए बहुत मुश्किल है, लेकिन जैसे कि हम अगले साल न्यूजवीक की 80वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं तो हमें उस पत्रकारिता को बचाए रखना होगा जिसने इस पत्रिका को इसका मकसद दिया। हमें पूरी तरह डिजिटल भविष्य को अपनाना होगा.”न्यूज़वीक, 'टाइम' के बाद अमरीका की दूसरी सबसे बड़ी पत्रिका रही है। लेकिन पाठकों की घटती संख्या और विज्ञापनों से होने वाली आय में कमी के कारण न्यूज़वीक को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
अगस्त 2010 में 'वॉशिंगटन पोस्ट' कंपनी ने सिडनी हरमन को न्यूज़वीक बेच दी थी जिसके तीन महीने बाद डेली बीस्ट के साथ उसका विलय हो गया।
न्यूयॉर्क में बीसीसी संवाददाता बेन थॉम्पसन का कहना है कि न्यूज़वीक का प्रकाशन 1933 में शुरू हुआ, लेकिन बीते 80 वर्षों में न सिर्फ रिपोर्टिंग बल्कि प्रकाशन की दुनिया के तौर तरीके भी बदल गए हैं।इस बीच न्यूज़वीक खरीदने वाले लोगों की संख्या 30 लाख से घट कर 15 लाख रह गई है। इसके कारण पत्रिका के प्रिंट संस्करण को बंद किया जा रहा है।अपने ऑनलाइन संस्करण के ज़रिए न्यूज़वीक उन 7 करोड़ अमरीकियों को अपना लक्ष्य मान रही है जो टेबलेट कंप्यूटर इस्तेमाल करते हैं। लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि इस बाज़ार में और भी कई खिलाड़ी हैं इसलिए डिजिटल दुनिया में टिकना इतना आसान नहीं होगा।