खुलेंगे नए हॉलमार्किंग सेंटर, खत्म होगी वेटिंग
- जल्द नए सेंटर्स को हॉलमार्किंग की अनुमति देगा बीआईएस, एक दर्जन से ज्यादा ने किया आवेदन
- ज्वैलर्स को अपनी ज्वैलरी को हॉलमार्क कराने में नहीं लगेगा ज्यादा समय, अभी सिर्फ 4 सेंटर शहर में KANPUR: शहर के सर्राफा व्यापारियों को अपनी गोल्ड ज्वैलरी की हॉलमार्किंग कराने में जल्द ही ज्यादा प्रॉब्लम फेस नहीं करनी पड़ेगी। हॉलमार्किंग कराने में लगने वाला वक्त कम हो जाएगा। इसके लिए शहर में कई नए हॉलमार्किंग सेंटर्स खुलेंगे। जिससे छोटे और बड़े दोनों तरह के ज्वैलर्स को अपनी ज्वैलरी को हॉलमार्क कराने में कम समय लगेगा। हॉलमार्किंग है कंपलसरीकानपुर से कई व्यापारी बीआईएस के हॉलमार्किंग सेंटर खोलने की प्रक्रिया में शामिल हुए हैं। मालूम हो कि अभी शहर में सिर्फ 4 हॉलमार्किंग सेंटर हैं। बीआईएस के हॉलमार्क ज्वैलरी की बिक्री को अनिवार्य करने के बाद इन सेंटरों पर काफी बोझ बढ़ गया है। जिसकी वजह से हॉलमार्किंग कराने में ज्यादा वक्त लग रहा है।
6 तरह के कैरेट की हॉलमार्किंगएक तरफ जहां पहले 22,18 और 14 कैरेट की ज्वैलरी की हॉलमार्किंग को कंपल्सरी किया गया था। वहीं अब 24, 23 और 20 कैरेट की गोल्ड ज्वैलरी की भी हॉलमार्किंग हो सकेगी। इससे कस्टमर्स को और ज्यादा प्योर गोल्ड मिल सकेगा। इंडियन एसोसिएशन ऑफ हॉलमार्किंग सेंटर्स की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक फ्राईडे से कुल 6 तरह की गोल्ड प्योरिटी में हॉलमार्किंग होने लगेगी। इसके अलावा 40 ज्वैलरी आईटम्स से कम की लॉट की भी जल्द हालमार्किंग शुरू होगी।
एक दिन में ज्यादा हॉलमार्किंग सिटी में चार हॉलमार्किंग सेंटरों में 2 सेंटर बिरहाना रोड में हैं। जबकि एक सेंटर नयागंज और एक सेंटर चौक सर्राफा में है। बिरहाना रोड के ज्वैलरी कारोबारी अपने क्षेत्र के सेंटरों में हॉलमार्किंग कराते हैं। यहां ज्वैलरी की बड़ी लॉट ज्यादा आती हैं। जबकि बाकी दोनों सेंटरों पर कम साइज की लॉट भी आती हैं। एचयूआईडी आने के बाद से हॉलमार्किंग का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन हो गया है, जिसके बाद एक सेंटर की प्रतिदिन हॉलमार्क करने की क्षमता 1500 की है, लेकिन नए सेंटर्स खुलने से एक दिन में ज्यादा ज्वैलरी की हालमार्किंग की जा सकेगी। अभी शहर में कहां कहां हॉलमार्क सेंटर दो- बिरहाना रोड में एक- नयागंज में एक- चौक सर्राफा में 2300- ज्वैलर्स कानपुर नगर में छोटे-बड़े 7 दिन- का वक्त लग रहा एक ज्वैलर्स को हॉलमार्क कराने में 40- आईटम्स की एक लॉट से कम में नहीं हो पा रही हॉलमार्किंगअब 6 तरह की प्योरिटी में गोल्ड ज्वैलरी मिलने से कस्टमर्स को गोल्ड में ज्यादा शुद्धता मिलेगी। हॉलमार्किंग सेंटर बढ़ने से इसमें लगने वाला वक्त कम होगा। जिससे ज्वैलर्स का भी समय बचेगा।
- अनूप कुमार वर्मा, दुलारे ज्वैलर्स बीआईएस से लगातार नए हॉलमार्किंग सेंटर्स को लेकर संपर्क में हैं। नए सेंटर्स खुलने से हॉलमार्किंग में लगने वाला वक्त कम होगा। ज्वैलर्स अपने कस्टमर्स को वक्त पर ज्वैलरी दे सकेंगे। - पंकज अरोरा, अध्यक्ष, ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन