Indian Hockey के सितारे
यह सच है कि हॉकी हमारा नेशनल गेम है लेकिन उससे भी बड़ा सच यह है कि क्रिकेट का जादू यहां इस कदर सर चढ़ कर बोलता है कि लोग इस खेल और खिलाड़ियों को नजर अंदाज कर देते हैं। इस सच्चाई के बावजूद एक चीज और है जो इस नेशनल गेम को इग्नोर करने की वजह बनी। लास्ट लगभग दो डिकेट से इंडियन हॉकी टीम ऐसा कोई कमाल नहीं कर पायी जिसके चलते फैन्स प्राउड फील करते और इस गेम की ओर अट्रैक्ट हो पाते।
कभी बीजिंग ओलम्पिक से क्वालिफायर राउंड में ही बाहर होने का शेमफुल इंसीडेंट हो या फिर फेडरेशन के इरिटेट कर देने वाले फाइटस, कुल मिला कर इंडियन हॉकी जैसे गुमनामी के अंधेरों में खो सी गयी थी।
इन सारी चीजों के चलते हॉकी फैन्स तेजी से गेम से दूर हटते चले गए। लेकिन हर रात की एक सुबह होती है और इस खेल के मैदान पर भी सितारों का एक कारवां उतरा है नयी रौशनी के साथ। कोच नोब्स के गाइडेंस और र्स्पोटस ऑफिशियल्स के पॉजिटिव सर्पोट ने प्लेयर्स को खासा इनकरेज किया। ओलंपिक क्वालिफायर राउंड में इंडियन हॉकी टीम के जबरदस्त शो ने उसे क्लीन स्वीप के साथ लंदन का टिकट थमाया और फैन्स को एक बार फिर यह भरोसा भी दिलाया कि इस बार ओलंपिक में इंडियन हॉकी का जादू चलेगा।
छोटे छोटे फ्लाज को छोड़ दिया जाए तो टीम एक इकाई की तरह खेली और अपना दम दिखाया। नोब्स् का दावा है कि वह इन कमियों पर खिलाड़ियों के साथ कड़ी मेहनत कर रहे हैं और ओलंपिक की शुरुआत से पहले यह हर्डल भी पार कर लिए जाऐंगे.
आइए आपको मिलवाते हैं इस उम्मीद जगाने वाली टीम के कुछ स्टार्स से।
Name: Bharat Chettri(Goalkeeper), Darjeeling, Club- Chennai CheetahsBharat Chettri
क्वालिफायर मैच में इंडिया की कप्तानी का भार संभालने वाले भरत छेत्री एक शानदार गोल कीपर हैं। कम लोग जानते हैं कि अपने करियर को शुरू करने की लालसा में भरत पहली बार लड़की की किट पहन कर गोल कीपिंग करने उतर गए थे। दार्जिलिंग के भरत छेत्री चेन्नई चीताज क्लब से घरेलू क्लब लीग खेलते हैं।
Name: Sardar Singh(Defender), Panjab, Club Bhopal Badshahs
Sardar Singh
बेहतरीन डिफेंडर के तौर पर अपनी आइडेंटिटी प्रूव कर चुके सरदार सिंह भोपाल बादशाह के लिए खेलते हैं। मिड फील्डर सरदार सिंह ने फ्रांस के अगेंस्ट मैच में भरत छेत्री की अपसेंस में कैप्टेंसी की रिस्पांसिबिलिटी भी संभाली और प्लेयर ऑफ दी टुर्नामेंट की ट्राफी भी हांसिल की।
Sandeep Singh
कर्नाटक लॉयंस के लिए खेलने वाले संदीप हाई क्लास ड्रैग फ्ल्किर माने जाते हैं। अपने इसी तेज खेल और मौके को भुनाने की आर्ट के चलते संदीच ने क्वालिफायर मैचेस में हाईयेस्ट नंबर ऑफ गोल्स किए और उन्हें फ्रांस के अगेंस्ट5 गोल करने के कारण प्लेयर ऑफ द मैच से सम्मानित किया गया।
संदीप जबरदस्त विल पावर वाले प्लेयर है यह इसी से साबित हो जाता है कि 27 अगस्त 2007 में शताब्दी से जर्नी करते हुए उन्हें एक हादसे में गोली लग गयी थी मगर उन्होंने तेजी से रिकवर करके शानदार वापसी की।
मुबई मरीन के लिए खेलने वाले युवराज वाल्मीकि इंडियन हॉकी की सबसे यंग उम्मीद हैं। बेहद ऑर्डिनरी बैक ग्राउंड को बिलांग करने वाले युवराज क्वालिफायर टीम के बेहद इंर्पोटेंट प्लेयर हैं और लंदन जाने वाले 48 एक्सपेक्टेड खिलाड़ियों की टीम के मेंबर हैं। सिंगापुर के साथ खेले गए मैच में युवराज ने टीम को एसवी सुनील और गुरविंदर चांडी के साथ तेज शुरुआत दी। इस तेजी के लिए हांलाकि उन्हें ग्रीन कार्ड भी दिया गया।
Name: Yuvraj Walmiki(Strikers), Mumbai, Club Mumbai Marines
Name: Sandeep Singh(Defender), Haryana, Club Karnataka Lions Tentatie 48 Player list
Goalkeeper: भरत छेत्री, पी आर श्रीजेश, नवीन कुमार, हरमनप्रीत सिंह, नानक सिंह।
Defender: संदीप सिंह, वीआर रघुनाथ, रूपिंदर सिंह, मंजीत कुल्लु, गुरजिंदर सिंह, हरबीर सिंह, अमित रोहिदास, राहुल
Midfielder: इग्नेस टिर्की, कोथाजीत सिंह, सरदार सिंह, बिरेंद्र लाकड़ा, मनप्रीत सिंह, विकास शर्मा, गुरबाज सिंह, वीएस विनय, भरत, प्रदीप मोर, एस के उथप्पा।Forward : युवराज वाल्मिकी, तुषार खांडेकर, शिवेंद्र सिंह, दानिश मुज्तबा, सरवनजीत सिंह, एस वी सुनील, गुरविंदर सिंह चांडी, प्रधान सोमान्ना, रोशन मिंज, मलक सिंह, आकाशदीप सिंह, चिंगलेनसाना सिंह कंगुजम, रमनदीप सिंह नितिन तिमाइया, धरमवीर सिंह, मंदीप अंतिल, एमबी अयप्पा गुरमेल सिंह, अजरुन अंतिल, दमनदीप सिंह, प्रभदीप सिंह, रंजीत सिंह, मंदीप सिंह और एमजी पूनाच