कमर दर्द से बचाएगी नई बर्थ
- पहली प्राइवेट सेक्टर की स्लीपर ट्रेन काशी-महाकाल एक्सप्रेस की तरह सभी ट्रेनों में होगी साइड बर्थ
KANPUR। देश की पहली प्राइवेट सेक्टर की ट्रेन काशी-महाकाल एक्सप्रेस की तरह अब नार्मल ट्रेनों में भी आरामदायक साइड बर्थ पैसेंजर्स को देखने को मिलेंगी। पैसेंजर्स की लगातार शिकायतों के बाद कोचों में नई टेक्नोलॉजी वाली साइड बर्थ लगाई जा रही है। जिनमें कमर दर्द की शिकायत नहीं होगी। प्रयागराज एक्सप्रेस के स्लीपर और एसी के नए कोच ट्रायल के लिए लगाए गए हैं। जल्द ही डिवीजन की सभी ट्रेनों में यह सुविधा मिलेगी। रेलवे ऑफिसर्स के मुताबिक, नई बर्थ में कमर दर्द बिल्कुल नहीं होगा। इससे सबसे ज्यादा राहत सीनियर सिटीजन और दिव्यांगजनों को होगी। रेलवे अक्सर सुविधा अनुसार लोअर बर्थ की एलॉट करता है। क्या किया गया अपडेशन?नार्मल ट्रेनों की साइड लोअर बर्थ दो भागों में होती है। जो फोल्डिंग होती है। पैसेंजर अपनी सुविधा अनुसार दिन में इस बर्थ को फोल्ड करके सिटिंग भी बना सकता है। बर्थ फोल्डिंग होने की वजह से दोनों बर्थ के बीच में स्पेस होता है। जोकि थोड़ा ऊपर नीचे भी होता है। इसकी वजह से पैसेंजर्स को रात में इस बर्थ में लेटने से अक्सर कमर दर्द की शिकायत होती थी। नई लुक की बर्थ में पैसेंजर्स को यह असुविधा नहीं होगी।
प्रयागराज एक्सप्रेस से की शुरुआत प्रयागराज डिवीजन के पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि इसकी शुरुआत प्रयागराज से चलने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस से की गई है। एलएचबी कोचों में धीरे-धीरे बदलाव किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आने वाले कुछ समय में प्रयागराज व कानपुर से चलने वाली उन ट्रेनों जिनमें एलएचबी कोच लगे है। उनकी साइड लोअर बर्थ नए तरीके की होगी। जो अभी की बर्थ की अपेक्षा काफी आरामदायक होगी। नए साल से श्रमशक्ति में भी बदलाव रेलवे आफिसर्स के मुताबिक, न्यू ईयर से कानपुराइट्स को कानपुर से दिल्ली के बीच चलने वाली श्रमशक्ति एक्सप्रेस में भी साइड लोअर बर्थ में बदलाव देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि एक दर्जन स्लीपर व एसी कोचों को रेल कोच कारखाने में साइड लोअर बर्थ में नए बर्थ लगाने के लिए भेजा गया है। जो अगले सप्ताह तक आ जाएंगे। इनमें से दो बर्थ कानपुर को भी दिए जाएंगे। क्या होगा बेनिफिट? - वर्तमान की अपेक्षा अधिक आरामदायक - ग्रिल से जुड़ी प्लेन फर्श को लगाने के बाद हटाया भी जा सकेगा - दिन व रात में अपनी सुविधा अनुसार बर्थ में बदलाव कर सकेंगे- अभी साइड लोअर बर्थ में लेटने से कमर दर्द की होने वाली शिकायत नहीं होगी
पैसेंजर्स की सुविधाओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। इससे सीनियर सिटीजन, दिव्यांग समेत लाखों पैसेंजर्स को काफी रिलीफ मिलेगी। केशव त्रिपाठी, पीआरओ, प्रयागराज डिवीजन