50 करोड़ से नया एकेडमिक इंफ्रास्ट्रक्चर
- नई एजूकेशन पॉलिसी के मुताबिक कोर्स डिजाइन करने के लिए सीएसजेएमयू ने तैयार किया ब्लू प्रिंट
- यूनिवर्सिटी की रिव्यू कमेटी में पास होने के बाद शासन के पास भेजा गया प्रस्ताव KANPUR: सीएसजेएम यूनिवर्सिटी ने नई एजूकेशन पॉलिसी के मुताबिक कोर्स डिजाइन करने और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। इसमें सबसे पहले शैक्षणिक ढांचे को बनाना है। इसका आंकलन करने के बाद यूनिवर्सिटी की रिव्यू कमेटी ने 50 करोड़ का बजट पास किया है। कमेटी में वरिष्ठ प्रोफेशर, शिक्षाविद् व अधिकारी शामिल हैं। अब यह प्रस्ताव शासन के पास भेजा गया है। जब चाहें नौकरी, जब चाहें पढ़ाईनई शिक्षा नीति के ढांचे व कोर्स के होने वाले बदलाव को लेकर सीएसजेएमयू में डिग्री कॉलेज टीचर्स के लिए वर्कशॉप और सेमिनार हुआ। शिक्षा संस्कृति उत्थान के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने उन्हें नई शिक्षा नीति के होने वाले बदलाव के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में छात्र पढ़ाई को बीच में छोड़कर नौकरी कर सकते हैं। बाद में जब मन चाहे तो दोबारा पढ़ाई शुरू कर सकते हैं। ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर पूरा करने पर सार्टिफिकेट, सकेंड ईयर में डिप्लोमा, तीन साल में डिर्ग्री और चार साल में ऑनर्स की डिग्री मिलेगी। किसी भी साल पढ़ाई छोड़कर जा सकेंगे। देश के सभी विश्वविद्यालयों को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत पांच वर्ष में 50 हजार करोड़ का बजट स्वीकृत है।
न कोर्स जाेड़े जाएंगे वीसी प्रो। नीलिमा गुप्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय के निर्देश पर डिग्री कॉलेज इसका खाका तैयार कर सकेंगे जो वर्ष 2022 से लागू होगा। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजूएशन लेवल पर कोर्स में आत्मनिर्भर भारत, कौशल विकास, मल्टीपल इंट्री जैसे विषय जुड़ेंगे। कार्यक्रम में डीन एकेडमिक प्रो। संजय स्वर्णकार, रिजस्ट्रार डॉ। अनिल कुमार यादव, डॉ। बृजेश कटियार व डॉ। विवेक सचान सहित कई प्रिंसिपल व टीचर्स मौजूद रहे। एक हजार स्टूडेंट के लिए भवन तैयार इस दौरान शिक्षा संस्कृति उत्थान के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन का उद्घाटन किया। बैक पेपर व रुके हुए सीमित छात्रों की परीक्षाएं यहां आयोजित की जाएंगीं। यहां पर एक हजार छात्र एक साथ परीक्षा दे सकेंगे। यह भवन ऑनलाइन परीक्षा का केंद्र भी बनेगा जिसमें 50 से अधिक कंप्यूटर होंगे।