जब एक फास्ट बालर एक हाथ का प्रयोग दूसरे की तुलना में कम करता है तो उसके उसके कंधे की मांसपेशियों में असंतुलन उत्पन्न होता है. इस प्रकार की समस्याओं के निदान एवं बचाव के लिए फिजियोथिरैपी योग एक्यूप्रेशर नैनो टेक्नोलॉजी आदि काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं. यह बात सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने कही. वे स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेज में थर्सडे को 'मायोफेशियल रिलीज टेक्नीक्सÓ टॉपिक पर आयोजित वर्कशाप में बोल रहे थे.


कानपुर (ब्यूरो) मुख्य वक्ता प्रो। अरूणमोझी रंगनाथन ने मायोफेशियल रिलीज टेक्नीक के सिद्धांतों और प्रयोगों के विषय पर विशेष जोर दिया। डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो। संजय कुमार स्वर्णकार जी ने ट्रिगर प्वाइंट्स और पुराने दर्द के प्रबंधन के बारे में बताया। कार्यशाला में अतिथियों ने स्कूल आफ हेल्थ साइंसेस में 'आहार चिकित्सा केन्द्रÓ का भी उद्घाटन किया। इस मौके पर रजिस्ट्रार डॉ। अनिल कुमार यादव, संस्थान के निदेशक डॉ। दिग्विजय शर्मा, डॉ। हरीश शर्मा, डॉ। मुनीश रस्तोगी, आदि मौजूद रहे। डाइट क्लीनिक का इनॉग्रेशन स्वास्थ्य दिवस स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेस में प्रतिकुलपति प्रो। सुधीर कुमार अवस्थी ने डाइट क्लीनिक का इनॉग्रेशन किया। इस डाइट क्लीनिक में मोटापा, हृदय रोग, डाइबिटीज, कुपोषण, पेट के रोग, थाइराइड, हड्डी रोग तथ अन्य रोगों का आहार परामर्श किया जाएगा। स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेस में 100 स्टूडेंट्स का निशुल्क एनीमिया चेकअप किया गया।

Posted By: Inextlive