कानपुर में कोरोना से जान गंवाने वाले 1905 लोगों के परिजनों को मुआवजा देने के लिए आवेदन की प्रकिया शुरू हो गई है. कलक्ट्रेट परिसर स्थित एडीएम फाइनेंस ऑफिस के सामने मुख्य राजस्व लेखाकार कमरे में काउंटर बनाया गया है लेकिन आवेदन जमा करने के लिए पीडि़त परिवारों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. लिस्ट में अपना खोजना ही सबसे बड़ी चुनौती है. क्योंकि काउंटर पर रखी लिस्ट में इतने छोटे अक्षरों में नाम लिखे गए हैं कि उन्हें पढऩा मुश्किल है. महिलाओं के लिए अलग काउंटर भी नहीं है. न तो कोई हेल्प डेस्क बनाई गई जिससे पीडि़त परिवारों को किसी तरह मदद मिल सके.


कानपुर (ब्यूरो) कोरोना से कानपुर में 1905 लोगों ने दम तोड़ा था। शासन ने मृतकों के परिवार को पचास-पचास हजार मुआवजा देने का ऐलान किया था। 8 नवंबर से आवेदनपत्रों का वितरण शुरू हो गया था। अब आवेदन पत्र जमा हो रहे हैं। थर्सडे को आवेदन के लिए काउंटर पर पीडि़तों की लंबी कतार लगी हुई थी, लेकिन यहां इनकी मदद करने के लिए कोई सिस्टम नहीं था। कई का नाम ही लिस्ट से गायब है। ऐसे में कई लोगों के फार्म जमा करवा लिए गए हैं। प्रशासन, सीएमओ और मेडिकल कॉलेज की संयुक्त कमेटी इन आवेदनों का परीक्षण करेगी।

ये ये दस्तावेज जरूरीएंटीजन या सीटी स्कैन रिपोर्ट की फोटोकॉपी, आरटीपीसीआर रिपोर्ट, मृत्यु प्रमाणपत्र की फोटोकॉपी, मृतक आश्रित की बैंक पासबुक की फोटो कॉपी।

Posted By: Inextlive