नगर निगम की करोड़ों की संपत्ति लापता है. इन लापता संपत्ति से हर वर्ष करीब पांच से सात करोड़ किराए मिल सकता है. जो न केवल शहर के विकास में मददगार हो सकता है बल्कि पब्लिक की बुनियादी सुविधाओं को भी पूरा किया जा सकता है.

कानपुर(ब्यूरो)। नगर निगम की करोड़ों की संपत्ति लापता है। इन लापता संपत्ति से हर वर्ष करीब पांच से सात करोड़ किराए मिल सकता है। जो न केवल शहर के विकास में मददगार हो सकता है, बल्कि पब्लिक की बुनियादी सुविधाओं को भी पूरा किया जा सकता है। नगर निगम के सभी 6 जोन में 47 ऐसी संपत्ति है, हालांकि महज 8 संपत्ति से ही नगर निगम को सालाना 60 लाख रुपये से ज्यादा का किराया मिलता है। यह संपत्ति है बारातघर, कम्यूनिटी सेंटर और धर्मशाला। कई संपत्ति तो कागज में काबिज हैं, पर नगर निगम को खुद नहीं मालूम की उनका वर्तमान स्टेट्स क्या है। अब नगर निगम उन संपत्तियों को तलाश रहा है।

महापौर के लिस्ट मांगने पर मचा हड़कंप
महापौर प्रमिला पांडेय ने मीटिंग में नगर निगम के धर्मशाला, सामुदायिक केंद्र व बारात घर की लिस्ट मांगी है। किस संपत्ति से कितनी नगर निगम को आय होती है और कौन उन्हें संचालित कर रहा है। महापौर के लिस्ट मांगने पर नगर निगम में हडक़ंप मच गया। अफसरों को भी नहीं मालूम की नगर निगम की संपत्ति से कितनी आय आ रही है और उन्हें कौन संचालित कर रहा है। नगर निगम की 47 संपत्ति में केवल 8 संपत्ति ऐसी है जिसमें हर वर्ष 60 लाख रुपये से ज्यादा का वार्षिक किराया आता है और उसका संचालन निगम का संपत्ति विभाग करता है। जबकि 39 धर्मशाला, सामुदायिक केंद्र व बारातघर से होने वाली आय का कोई ब्योरा तक नहीं है।

5 करोड़ की हो सकती है आय
नगर निगम की 39 संपत्ति का संचालन सिस्टम के तहत किया जाए तो उन्हें पांच करोड़ से भी ज्यादा की आय हर वर्ष हो सकती है। यह रकम शहर के विकास के लिए संजीवनी का काम कर सकती है। पिछले कई वर्षो से इन संपत्ति से होने वाल आय का कोई ब्योरा तक नगर निगम के पास नहीं है और न ही उससे आने वाली आय कहां जा रही और उसका संचालक कौन कर रहा है यह भी नगर निगम के लिए यक्ष प्रश्न बन गया है।

संपत्ति विभाग के हैंडओवर होनी थी
मई 2022 में नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन मीटिंग कर सभी चीफ इंजीनियर सिविल को निर्देश दिया था कि नगर निगम सीमा के अंदर बने सामुदायिक केंद्र, धर्मशाला व बारातघर की बुकिंग उनके रखरखाव व निर्माण के संबंध में जोनल अधिकारी, अधिशासी अभियंता द्वारा क्षेत्रीय कर अधीक्षक और संबंधित अपर अभियंता से संयुक्त जांच कराई जाए। इसके अलावा जोनल अभियंता को निर्देश दिए थे कि अपने अपने जोन का निरीक्षण कर जो भी बारातघर, धर्मशाला और सामुदायिक केंद्र है उन्हें संपत्ति विभाग के हैंडओवर किया जाए। हालांकि यह आदेश किए एक साल का समय बीत गया लेकिन अभी तक न तो संपत्ति हैंड ओवर हो सकी और न ही उनका स्थलीय निरीक्षण पूरा किया जा सका।

कहां स्थित है, कुछ पता नहीं
धर्मशाला, बारातघर और सामुदायिक केंद्र का नाम, जोन और वार्ड तो कागजों पर काबिज है, पर उसका सही अड्रेस न होने के चलते नगर निगम के ऑफिसर भी संपत्ति को तलाश नहीं कर पा रहे है। नाम व वार्ड के सहारे संपत्ति को तलाश रहे है।

नगर निगम का संपत्ति विभाग करता है इन लॉन व बारातघर का संचालन

जोन लॉन किराया (रु.प्रति दिन)
04 मोतीझील लॉन-(कामार्शियल परपज) - टेंडर के मुताबिक
04 मोतीझील लॉन-(मैरिज फंक्शन) - 105480 (दो दिन के लिए)
04 बृजेंद्र स्वरूप लॉन-(कामार्शियल परपज) - टेंडर के मुताबिक
04 मोतीझील लॉन-(धार्मिक आयोजन) - 17500 (एक दिन के लिए)
04 बृजेंद्र स्वरूप लॉन (मैरिज फंक्शन) - 1.34980 (तीन दिन के लिए)
04 प्रमिला सभागार - 21000 रु। प्रतिदिन (कामार्शियल प्रोग्र्राम)
04 प्रमिला सभागार -- 11000 रु। प्रतिदिन (धार्मिक कार्यक्रम )
04 प्रेम नगर धर्मशाला नंबर एक 1788 रुपये प्रति दिन
04 उत्सव स्थल (कमला नेहरू पार्क बारातशाला) 6720 रुपये प्रतिदिन
04 गीता पार्क नगर निगम धर्मशाला 6720 रुपये प्रति दिन
04 दीपचंद्र बारातशाला विष्णुपुरी 1135 रुपये प्रति दिन
04 मुंशी पुरवा बारातशाला 1135 रुपये प्रति दिन


किस जोन में कितने बारातशाला, सामुदायिक केंद्र व धर्मशाला

जोन एक- 11 सामुदायिक केंद्र व बारातघर
जोन दो - 10 सामुदायिक केंद्र व बारातघर
जोन तीन- 4 सामुदायिक केंद्र व बारातघर

जोन 04 में -
-मोतीझील में तीन लॉन
-बृजेंद्र स्वरूप पार्क में तीन लॉन
- प्रमिला सभागार
-4 बारातशाला या सामुदायकि केंद्र

जोन पांच - 12 बाराताशाला, सामुदायिक केंद्र
जोन छह -4 धर्मशाला, बारातघर

&& नगर निगम की कई संपत्ति जिसमें बारातघर, धर्मशाला और सामुदायिक केंद्र का संचालक कौन कर रहा और उससे आने वाली आय के बारे में अफसरों से डिटेल मांगी है। अफसरों के पास भी कोई डिटेल अभी तक नहीं है। संपत्ति के बारे में जानकारी कराई जा रही है। इससे होने वाली आय से पब्लिक के सुविधाओं के कई काम किए जा सकते है.&य&य
-प्रमिला पांडेय, महापौर

Posted By: Inextlive