मकानों के नामांतरण होने के घोटाले के बाद नगर निगम ने ट्यूजडे को मुख्यालय में मेयर प्रमिला पांडे की अगुवाई में म्यूनिसिपल कमिश्नर शिवशरणप्पा जीएन के साथ मीटिंग की. जोनवाइज समीक्षा में पाया कि नामांतरण के लिए 45 दिनों का समय होता है लेकिन अधिकतर जांच इससे अधिक दिनों से पेंडिंग पड़ी हैं. ऐसे में संबंधित जोन अधिकारियों को कहा गया कि गया वह हर हफ्ते अपने कार्यालय में निरीक्षण के अलावा हर फ्राईडे को अपने-अपने नामांतरण की लिस्ट मुख्यालय में भेंजे.


कानपुर (ब्यूरो) बैठक में म्यूनिसिपल कमिश्नर ने कहा कि लंबित मामलों को जल्द निपटाया जाए। साथ ही जोनल अधिकारी-5 को निर्देश दिया कि वह एक बार समस्त अभिलेखों का परीक्षण व निरीक्षण कर ले। 25 फरवरी को मेयर के साथ निरीक्षण किया जाएगा। बैठक में मुख्य कर अधिकारी अनिरूद्ध कुमार समेत अन्य आला अधिकारी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive