जॉब के मल्टी ऑप्शन
- नए सेशन से टेक्निकल एजूकेशन में अहम बदलाव करेगी सीएसजेएमयू, अपनी ट्रेड के साथ दूसरे सब्जेक्ट भी पढ़ेंगे स्टूडेंट
- डिग्री लेकर निकलने के बाद जॉब के लिए नहीं करना पड़ेगा संघर्ष, जॉब का दायरा बढ़ेगा, ज्यादा से ज्यादा मौके मिलेंगेKANPUR: समय के साथ बदलाव जरूरी है। नहीं तो आगे बढ़ने की जगह पीछे रह जाते हैं। सीएसजेएम यूनिवर्सिटी इस बात को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर बदलाव करती रहती है। अब नए सेशन से टेक्निकल एजुकेशन में कई तरह के बदलाव होने जा रहे हैं जिससे जॉब ऑप्शन का दायरा बढ़ सके। बीटेक में ऑप्शनल क्वैश्चन पेपर बढ़ाए जाने की योजना बन रही है। बीटेक के सिलेबस को इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि जिसमें स्टूडेंट्स को अपनी मूल ट्रेड के साथ कई दूसरी ट्रेड की पढ़ाई भी कराई जाएगी। जिससे डिग्री लेने के बाद उन्हें जॉब के ज्यादा से ज्यादा मौके मिल सकें।
10 से 15 नए सब्जेक्ट होंगेकंप्यूटर साइंस, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, केमिकल इंजीनिय¨रग, मैकेनिकल इंजीनिय¨रग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनिय¨रग व मेटेरियल साइंस एंड मैटेलर्जिकल इंजीनिय¨रग ब्रांच के स्टूडेंट्स चुनी हुई ब्रांच के अलावा दूसरी ब्रांचों से संबंधित सब्जेक्ट भी पढ़ सकेंगे। इससे उनके पास दूसरी ट्रेड में नौकरी करने का ऑप्शन भी खुल जाएगा। इन स्टूडेंट्स को दूसरी ब्रांच के कई सब्जेक्ट सिलेक्ट करने की आजादी मिलेगी। अभी शुरुआती दौर में कुछ विषयों को शामिल किया गया है जबकि सेशन 2021-22 में 10 से 15 नए विषय लागू किए जाने की योजना है।
च्वाइस बेस्ट क्रेडिट सिस्च्म च्वाइस बेस्ट क्रेडिट सिस्टम को यूनिवर्सिटी के यूआइईटी में लागू किया जा चुका है। इसके अंतर्गत कुछ ही विषयों को अभी इससे जोड़ा गया है जिसकी संख्या बढ़ाई जाएगी। यूआईईटी निदेशक डॉ। रवींद्रनाथ कटियार ने बताया कि स्टूडेंट्स को च्वाइस ब्रेस्ट क्रेडिट सिस्टम के तहत ज्यादा सब्जेक्ट जोड़े जाने से उन्हें रोजगार व स्वरोजगार के अधिक मौके मिलेंगे। बीटेक फर्स्ट ईयर में कई सब्जेक्ट कॉमन होते हैं। जोड़े जाने वाले नए विषयों की शुरुआत बीटेक सेकेंड ईयर से की जाएगी। कौशल विकास पर जोर डिग्री कॉलेजों में अब सामान्य डिग्री के बजाए स्टूडेंट्स ऐसी एजुकेशन प्राप्त करेंगे जो उन्हें रोजगार से जोड़ेगी। बीए, बीएससी व बीकॉम के छात्र सामान्य डिग्री कोर्स के साथ कौशल विकास की पढ़ाई करके खुद को तैयार कर सकेंगे। डीएवी व डीजी कॉलेज में इसकी शुरुआत हो चुकी है। सत्र 2020-21 में स्टूडेंट्स को इस कॉलेजों में संचालित कंप्यूटर, ग्राफिक्स डिजाइ¨नग, वेब डिजाइ¨नग व पत्रकारिता समेत अन्य प्रोफेशनल कोर्स में दाखिला दिया गया है।च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के तहत स्टूडेंट्स को ज्यादा सब्जेक्ट से जोड़े जाने से उन्हें रोजगार व स्वरोजगार के अधिक मौके मिलेंगे। बीटेक फर्स्ट ईयर में कई सब्जेक्ट कॉमन होते हैं। नए सब्जेक्ट्स की शुरुआत बीटेक सेकेंड ईयर से की जाएगी।
डॉ। रवींद्रनाथ कटियार, डायरेक्टर यूआईईटी