स्क्रीन एवेलिबिलिटी से लेकर सेम रिलीज डेट के क्लैशेज के पटाखों को फोड़ते हुए अब फाइनल धमाके के साथ जब तक है जान और सन ऑफ सरदार आपके सामने हैं.


अब आप किसे फुस्स करते हैं या किसकी चमक फैलती है यह आप का सर्पोट और पसंद डिसाइड करेगी। लेकिन हम आपको यह बताने की कोशिश जरूर कर सकते हैं कि क्रिटिकल एनेलेसिस के बाद कौन सी फिल्म ज्यादा बेहतर है या दोनो ही अपना अलग इंप्रेशन छोड़ती हैं।  अगर शाहरुख और अजय देवगन के बीच जाने अनजाने चल रही सो कॉल्ड राइवलरी या कंपटीशन के नजरिए से देखा जाए तो अजय देवगन सेफ जोन में हैं क्योकि उनकी लास्ट दो फिल्में सिंघम और बोल बच्चन शानदार बिजनेस कर चुकी हैं जबकि शाहरुख की स्टार वेल्यू दांव पर है क्योंकि रॉ वन और डॉन टू एक्पेक्टेड इपेक्ट छोड़ने में कामयाब नहीं रही थीं।


जहां तक फिल्मों की कहानी और उसकी यूएसपी की बात की जाए तो जब तक है जान की कहानी में वही यशराज फिल्म की स्पेशियलिटी एक बार फिर अपनी पूरी इंटेंसिटी के साथ मौजूद है। लव ट्रायंगल पर बेस्ड इस फिल्म में प्यार का इंटेस इफेक्ट है जो आपको बांधता है। लेकिन इसके साथ ही सच्चाई यही है कि कहानी में कोई नयी बात नहीं है फर्स्ट हॉफ में समर (शाहरुख) और खुशी (कैटरीना) की लव स्टोरी है। समर के म्यूजिक की दिवानी खुशी यह समझ ही नहीं पाती कि समर उसका दीवाना है। जब उसे समर के प्यार का पता चलता है तो वो समर को यह कह कर एक्सेप्ट नहीं करती कि वो दोनो तो सिर्फ फ्रेंड हैं। 

प्यार में नाकाम समर म्यूजिक से नाता तोड़ कर आर्मी के टफ रूल्स और रेग्युलेशंस की दुनिया में चला आता है जो एक स्ट्रांग आर्मी ऑफिसर है यहीं सेकेंड हॉफ में उसकी मुलाकात रिर्पोटर अकीरा (अनुष्का) से होती है। अकीरा तो समर को चाहने लगती है लेकिन प्यार में हार चुके समर के लिए इस बार आगे बढ़ना मुश्कि ल हो रहा है। यही वजह है कि कहानी एक इंट्रस्टिंग कशमकश में उलझ जाती है। ऐसे ही लव ट्रायंगल यश चोपड़ा की फिल्मों में पहले भी आते रहे हैं। चाहे वो दाग हो या चांदनी या फिर दिल तो पागल है। लेकिन यशजी का ट्रीटमेंट व्यूअर्स को अट्रैक्ट करता रहा है और इस बार तो यशजी की आखरी फिल्म थी लिहाजा उन्होंने उसमें अपना पूरा एक्पीरियंस डाल दिया है। लोकेशंस से लेकर सेटस् तक ड्रेसेज से लेकर ग्रैंड ओकेजंस तक सब कुछ स्पेशल यशराज फिल्स् वाला है। फिल्म की एक यूएसपी शाहरुख और कैटरीना का फ्रेश पेयर भी है। नो डाउट प्यार और इंमोंशंस को पसंद करने वाली इंडियन क्राउड के लिए एक बार तो जब तक है जान देखना बनता ही है। Director: Yash ChopraCast: Shahrukh Khan, Katrina Kaif, Anushka Sharma


दूसरी ओर है अजय देवगन की सन ऑफ सरदार आउट एंड आउट कॉमेडी से भरी यह फिल्म आपको सिनेमा हॉल से बाहर आने के बाद भी हंसने को मजबूर करती रहती है। अजय और संजय की जोड़ी जबरदस्त है और उनके बीच की कंटीन्यूटी आउटस्टैंडिंग है। राजवीर (अजय देवगन) लंदन से पंजाब में अपनी एंस्ट्रल जमीन की डील के लिए आया है पर उसे मालूम नहीं है कि वहां उसका खानदानी दुश्मन संधू खानदान का बड़ा बेटा रनविजय (संजय दत्त) उसका वेट कर रहा है। जिसने उसकी फैमली के वारिस को मारने के लिए अपनी मैरिज को भी आधे में छोड़ रखा है। पर यहीं पर कामेडी का एक्सक्लूसिव टच है जहां बिल्लू  की हॉफ वाइफ परमीत (जूही चावला) उसी के घर में अपनी मैरिज के कंपलीट होने का वेट कर रही है वही लाडली सिस्ट़र जिया (सोनाक्षी सिन्हा ) ट्रेन में जस्सी से मिल कर उसको दिल में बसा कर अपने घर ले आयी है। अब मुश्किल यह है कि घर में आए दुश्मन को भी आंखों पर बिठाने का संघू फेमिली का ट्रेडिशन है। बिल्लू अब इस बात को जान चुका है कि उसके घर में उसका सबसे बड़ा दुश्मन है, लेकिन अपने ट्रेडिशन की खातिर वह उसे मार नहीं सकता। सन ऑफ सरदार के डायरेक्टर अश्वनी धीर इससे पहले अतिथी तुम कब जाओगे में अपनी डायरेक्शनल एबिलिटी प्रूव कर चुके हैं। इस फिल्म में भी उनका स्ट्रांग होल्ड साफ दिखता है संजय, अजय और जूही तीनो नेचुरल पंजाबी एंक्सेंट के चलते फिल्म में पूरा माहौल क्रिएट करते हैं अपने लुक में पंजाबी कुड़ी लगने वाली सोनाक्षी लहजे में बाकी तीनों को भले ही मैच ना कर पायी हों पर अपनी स्क्रीन प्रेजेंस में कमाल हैं। कुल मिला कर दोनो ही फिल्में अपने अपने जॉनर में बिलकुल फिट और शानदार हैं। हां सलमान का छोटा सा रोल सन ऑफ सरदार को फैंस के मामले एज देता है। दिवाली का मौका है तो आपके पास मौका है कि आप दोनों ही फिल्में देख सकते हैं अब पहले कौनसी देखना है यह आप अपने टेस्ट के हिसाब से डिसाइड कर लें। Director: Ashwani DheerCast: Ajay Devgan, Sonakshi Sinha, Sonakshi Sinha, Juhi Chawla

Posted By: Inextlive