Movie Review: I, Me Aur Main
इशान (जॉन अब्राहम) एक म्यूजिक प्रोड्यूसर है जिसके पास हीरो जैसी पर्सेनेलिटी भी है और एक बिलव्ड अनुष्का (चित्रांगदा सिंह) भी। बचपन से ही मदर (जरीना वहाब) और एल्डर सिस्टर शिवानी (मिनी माथुर) की एक्ट्रा केयर और पैंप्रिंग इशान को एक केयरलेस, इररिस्पांसिबल और हर रिलेशन को फॉर ग्रान्टेड लेने वाला इंसान बना देती है।इशान की फ्लर्ट करने की आदत के चलते बेजार अनुष्का उसे अपनी लाइफ, घर और रिलेशनशिप से बाहर कर देती है। इशान अचानक अर्श से फर्श पर आ जाता है। एक लैविश और पैंपर लाइफ से निकल कर उसे एक बेहद ऑर्डिनरी घर में टफ लाइफ गुजारने के लिए मजबूर होना पड़ता है। जब उसके साथ कुछ भी ठीक नहीं चल रहा होता तब उसकी मुलाकात गौरी (प्राची देसाई) से होती है। गौरी उसे रिश्तों की इंर्पोटेंस और प्यार का मतलब समझाती है।
बस यह सीधी सादी से कहानी है जो फिल्म को बुनती है पर उसका ट्रीटमेंट और कहने का ढ़ग फिल्म को बेहतरीन और ऑर्डिनरी से कुछ ऊपर ले जाता है। डायरेक्टर कपिल शर्मा को अच्छी़ तरह मालूम है कि कब, कहां, कैसे और क्या कहना है। शुरू से आखिर तक फिल्म एक ही पेस पर फ्लोलेसली चलती है। कहीं भी कंटीन्यूटी टूटती नहीं है। मार्डन वुमेन के स्ट्रगल और आइडेंटिटी को फिल्म बड़ी बारीकी से डिफाइन करती है। फिल्म के चारों लीड फीमेल करेक्टर औरत की पहचान को रेस्पेक्टफुली दिखाते हैं। कोई भी करेक्टर फिजूल नहीं लगता। जरीना बहाव हों या मिनी माथुर दोनों ने रिश्तों में औरत की अहमियत को सही तरीके से जताया जबकि लिव इन रिलेशन में औरत फॉर ग्रांटेड नहीं होती इस बात को चित्रांगदा ने स्ट्रांगली पोट्रे किया है। प्राची ने भी अपना करेक्टर खूबसूरती से निभाया है। जॉन की स्क्रीन प्रेजेंस गजब की है पर एक्टिंग पर उन्हें थोड़ी और मेहनत करनी होगी। फिल्म का म्यूजिक सामान्य है हांलाकि जॉन को सेंटर में रख कर फिल्मा गया सांग ना जाने कहां से आया है पहले ही पाप्युलरिटी लिस्ट के टॉप टेन सांग्स में शामिल हो चुका है। Cast: John Abraham, Prachi Desai, Chitrangada Singh, Zarina Wahib, Mini Mathur Director: Kapil Sharma