पुलिस पिटाई से जान गंवाने वाले बलवंत ङ्क्षसह के परिवार का हाल रोते-रोते बेहाल हो गया है. उसमें भी मां व पत्नी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे. उनका कहना है कि दोषी पुलिसकर्मियों जिन्होंने हत्या की है उनको फांसी की सजा दी जाए. हमारा तो सब कुछ एक झटके में छिन गया. आखिर यह दो मासूम बच्चों की क्या गलती है जो इनके पिता को छीन लिया गया.

कानपुर (ब्यूरो) बलवंत की पत्नी शालिनी व मां ममता रोकर बस बलवंत को याद किए जा रहीं हैं। गुरुवार को भी उनका दर्द छलक उठा और बोलीं कि ऐसी सजा मिले कि किसी और परिवार के साथ ऐसा न हो। शालिनी का कहना था कि उसके पति पर बेरहमी से डंडे बरसाए गए। ऐसे पुलिसकर्मियों को सजा मिलने पर ही उसके कलेजे को तसल्ली मिल सकेगी। दो मासूम च्च्चों के सिर से पिता का साया उठ गया इनकी आंखें अपने पिता का इंतजार कर रही हैं, इनको क्या जवाब दूं। उनका दर्द देखकर गांव की महिलाएं भी अपने आंसू न रोक सकीं। बहन व चाचा भी बेहद दुखी हैं।

एमएलसी ने ली च्च्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी
बलवंत ङ्क्षसह के घर सरैया लालपुर जिलाध्यक्ष भाजपा व एमएलसी अविनाश ङ्क्षसह चौहान भाजपा नेताओं संग पहुंचे। उन्होंने परिजनों से मुलाकात की व घटना पर दुख जताया। एमएलसी ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिल कर इस मामले में कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी जिससे किसी और के साथ ऐसा न हो। उन्होंने कहा कि अपना दो माह का वेतन बलवंत के च्च्चों के नाम करेंगे। इसके अलावा उनकी उच्च्च शिक्षा वह अपने महाविद्यालय में निशुल्क कराएंगे। परिवार को कहीं से कोई समस्या नहीं होने देंगे व हमेशा मदद को तैयार रहेंगे। परिवार ने उनसे भी कार्रवाई की मांग दोहराई।

गांव व घर पर पुलिस फोर्स तैनात
बलवंत के घर व गांव में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स अभी भी तैनात है। घर पर सीओ सिकंदरा के नेतृत्व में टीम है तो गांव में सीओ रसूलाबाद के नेतृत्व में पुलिस टीम तैनात है। सीनियर अधिकारी भी जानकारी ले रहे हैं।

Posted By: Inextlive