हुअवेई और माइक्रोसॉफ्ट की बातचीत
एंड्रॉयड टेक्नॉलॉजी को लेकर गूगल और माइक्रोसॉफ़्ट के बीच विवाद चल रहा है, माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि यह उसकी टेक्नॉलॉजी है जिसका इस्तेमाल करके गूगल पेटेंट नियमों का उल्लंघन कर रहा है। माइक्रोसॉफ्ट ने सैमसंग, एचटीसी और कई अन्य कंपनियों को पहले ही राज़ी कर लिया है कि वे पेटेंट की रॉयल्टी उसे दें।
हुअवेई के विक्टर जू ने बताया है कि कंपनी जल्दी ही एक नया डिज़ाइन सेंटर लंदन में खोलने जा रही है, कंपनी ने घोषणा की है कि वह लंदन से अपने नए टैबलेट कंप्यूटर और स्मार्टफ़ोन अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में उतारेगी।चीन के शेनज़ेन इलाक़े में स्थित इस कंपनी की योजना अगले वर्ष अमरीका, जापान और भारत के बाज़ार में अपने उत्पाद उतारने की है, दुनिया के बाक़ी हिस्सों में उनके उत्पाद 2013 में पहुँचेंगे।विक्टर जू ने कहा, "हम अगले तीन साल में स्मार्टफ़ोन के बाज़ार में पाँच शीर्ष कंपनियों में जगह बनाना चाहते हैं, अगले पाँच वर्षों में हम स्मार्टफ़ोन के बाज़ार में शीर्ष तीन कंपनियों में होना चाहते हैं." उन्होंने दावा किया कि उनके फ़ोन न सिर्फ़ बेहतरीन बल्कि अन्य प्रीमियम ब्रांडों के मुक़ाबले सस्ते भी होंगे।
हुअवेई ने अब तक बाज़ार में ब्लेज़ और विज़न नाम के स्मार्टफ़ोन उतारे हैं, उनके टैबलेट कंप्यूर का नाम मीडियापैड है। हुअवेई दुनिया की दूसरा सबसे बड़ा टेलीफ़ोन नेटवर्क चलाता है और उसके उत्पाद दुनिया के 140 देशों में बिकते हैं, कंपनी पर आरोप लगते हैं कि उसका चीनी सेना से निकट संबंध है लेकिन उसके अधिकारी इससे इनकार करते हैं। हाल ही में अमरीका ने राष्ट्रीय सुरक्षा की बात कहते हुए इस कंपनी को अमरीका में एक बड़ा ठेका लेने से रोक दिया था।