अमरीका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा ने अपने पति राष्ट्रपति बराक ओबामा की जमकर तारीफ की है और उन्हें फिर अगले चार साल के लिए राष्ट्रपति बनाने की पैरवी की है.

मिशेल ने डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में अपनी शादीशुदा जिंदगी के कुछ अनछुए पहलुओं की बात की। राष्ट्रपति ओबामा गुरुवार को डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से औपचारिक तौर पर राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी स्वीकार करेंगे। नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उनका मुकाबला रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार मिट रोमनी से होगा। हालिया सर्वेक्षणों में ओबामा को रोमनी पर हल्की सी बढ़त दिखाई गई है।

मूल्यों पर जोरमिशेल ने कहा कि चार साल पहले उन्होंने ‘इस देश को लेकर अपने पति की सोच में गहरा विश्वास जताया था’ लेकिन उन्हें इस बात की भी चिंता थी कि राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से उनकी और उनकी दो बेटियों की जिंदगी कितनी बदल जाएगी।

तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मिशेल ने बराक ओबामा से अपने 23 साल पुराने रिश्ते की यादों को साझा किया। उन्होंने कहा कि बराक ओबामा में उन्होंने ‘बच्चे जैसा उत्साह’ देखा है और उन दोनों के मूल्य एक दूसरे से मिलते हैं।

मिशेल ने कहा, “बराक और मेरी परवरिश ऐसे परिवारों में हुई जिनके पास पैसा या भौतिक चीजों के मामले में ज्यादा कुछ नहीं था- लेकिन उन्होंने हमें इनसे कहीं मूल्यवान चीजें दीं। ये चीजें थीं निस्वार्थ प्रेम, त्याग और उन जगहों पर जाने का मौका, जहां जाने के बारे में वे खुद कभी सोच भी नहीं पाए.”

अमरीकी प्रथम महिला ने अपने भाषण में उन मूल्यों की साझा पृष्ठभूमि का जिक्र किया जो राष्ट्रपति के रूप में बराक ओबामा के लिए मार्गदर्शक रही है।

उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति के तौर पर आपको हर तरह के लोगों से हर तरह की सलाह मिल सकती है। लेकिन आखिरकार, जब फैसला लेने की बारी आती है, तो राष्ट्रपति के तौर पर आपके मूल्य, आपकी सोच और जीवन का वो अनुभव ही काम आता है, जो आपको यहां तक लेकर आया है.”

'नहीं बदले हैं ओबामा'मिशेल ने कहा कि बराक ओबामा जब महिलाओं के लिए वेतन, स्वास्थ्य सुधार और छात्रों से कर्ज से जुड़े कानूनों की वकालत करते हैं तो उनकी खुद की पृष्ठभूमि उन्हें प्रेरित करती है।

अमरीकी प्रथम महिला ने अपने पति के बारे में कहा कि व्हाइट हाउस में पहुंच कर भी वो बिल्कुल नहीं बदले हैं। अब भी वो वही आदमी हैं जिनसे ‘मैंने मोहब्बत की थी.’

उन्होंने कहा, “वो वही आदमी हैं जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत मोटे वेतन वाली नौकरियों के प्रस्ताव ठुकराते हुए उस इलाके में काम करने को प्राथमिकता दी जहां स्टील प्लांट बंद हो गया था। उन्होंने इससे प्रभावित लोगों की मदद को अपना उद्देश्य बनाया.” सबसे मुश्किल पलों का जिक्र करते हुए मिशेल ने कहा कि ओबामा बस धैर्य, समझदारी और साहत के साथ आगे बढ़ते रहते हैं।

Posted By: Inextlive