'इस्लामिक सेक्स पुस्तक' पर लगा प्रतिबंध
यह सेक्स गाइड कुछ मुस्लिम महिलाएं प्रकाशित करवा रही थीं जो खुद को 'आज्ञाकारी पत्नी क्लब' बताती हैं। हालांकि ये किताब बड़ी मात्रा में उपलब्ध नहीं है लेकिन इसके बावजूद इसके प्रकाशन पर रोक लगाई गई है।
स्थानीय मीडिया ने सरकारी अधिकारियों के हवाले से कहा है कि मलय भाषा की यह पुस्तक प्रतिबंधित की गई है क्योंकि यह इस्लामिक प्रकाशन के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करती है। इस पुस्तक का नाम इस्लामिक सेक्स है।आज्ञाकारी पत्नी क्लब का गठन कुछ समय पहले मुस्लिम संगठनों ने किया था। इसके संस्थापकों का कहना है कि घरेलू हिंसा और वेश्यावृति के मुद्दों को सुलझाने के लिए महिलाओं को ये सिखाना होगा कि पुरुषों को बेडरुम में कैसे खुश रखा जाए।इसी बात को ध्यान में रखकर क्लब यह किताब प्रकाशित करती थी। क्लब के सदस्यों ने पिछले महीने पत्रकारों को बताया था कि यह पुस्तक सिर्फ क्लब के सदस्यों के लिए है जो सेक्स के बारे में उनका ज्ञान बढ़ाए। इस क्लब का संबंध अल अरकाम संप्रदाय से बताया जाता है जिस पर 1990 में ही मलेशिया में प्रतिबंध लगाया जा चुका है।
सरकार का कहना है कि यह संगठन मलेशिया को बदनाम कर रहा है। मलेशिया के अख़बार मलेशिया स्टार ने गृह मंत्रालय के अधिकारी अब्दुल अज़ीज़ मीद नोर के हवाले से कहा है कि पुस्तक न केवल सेंसरशिप क़ानूनों का उल्लंघन करती है बल्कि इसका संबंध अल अरकाम से है जिसके कारण इसे प्रतिबंधित किया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि अगर किसी को भी यह पुस्तक प्रकाशित करते हुए पाया गया तो उसे तीन साल की सज़ा दी जाएगी। जबकि अगर किसी व्यक्ति के पास ये पुस्तक मिली तो उस पर 1600 डॉलर का ज़ुर्माना लगाया जाएगा।