लव-कुश धाम कानपुर को दिलाएगा नई पहचान
कानपुर (ब्यूरो) इतिहास के मुताबिक कानपुर के बिठूर में वाल्मीकि का आश्रम था। जहां सीता मां ने श्रीराम के त्यागने के बाद शरण ली थी। बिठूर स्थित वाल्मीकि आश्रम में ही सीता मां को पुत्र के रूप में लव व कुश की प्राप्ति हुई थी। इसलिए बिठूर को लव व कुश का जन्मस्थल माना जाता है। श्रीराम के जन्मस्थल अयोध्या में बनने वाले भव्य मंदिर को देखने के लिए बीते दो सालों में देश ही नहीं विदेश के भी पर्यटक आ रहे हैं। श्रीराम के साथ उनके पुत्र लव व कुश के बारे में भी लोग जान सके। इसलिए आईआरसीटीसी ने आयोध्या के टूर पैकेज में बिठूर के टूर को भी जोड़ेंगे।
ट्रैवल्स एजेंसियों से संपर्क
आईआरसीटीसी के सीआरएम अजीत सिन्हा ने बताया कि कानपुर के बिठूर स्थित लव-कुश धाम को पर्यटकों को जर्नी कराने के लिए लोकल ट्रैवल्स एजेंसियों से भी संपर्क किया जा रहा है। जिससे आयोध्या के टूर पैकेज में आने वाले टूरिस्ट को कानपुर सेंट्रल स्टेशन से बिठूर तक लोकल ट्रांसपोर्ट से ले जाया जा सके। उन्होंने बताया कि कानपुर के पर्यटक स्थानों को बढ़ावा देने के लिए आईआरसीटीसी की तरफ से विभिन्न प्लान बनाए गए हैं। जिसमें से यह एक है।
शहर के कई पर्यटन स्थल शामिल
आईआरसीटीसी के अधिकारियों के मुताबिक कानपुर बिठूर स्थित लव-कुश धाम के अलावा कानपुर के विभिन्न पर्यटन स्थलों को अयोध्या के टूर पैकेज में सम्मलित करने की प्लानिंग चल रही है। उन्होंने बताया कि कानपुर में लव-कुश धाम, भीतरगांव स्थित पुरातत्व विभाग का प्राचीन मंदिर, ब्रम्ह खूटी, जेके मंदिर समेत अन्य पर्यटक स्थलों को टूर पैकेज के तहत पर्यटकों को घुमाया जाएगा।
बिठूर स्थित ब्रम्ह खूटी
लव-कुश धाम बिठूर
गणेश मंदिर बिठूर
जेके मंदिर, नजीराबाद
नजबगढ़ स्थित प्राचीन मंदिर
आईआरसीटीसी के नए टूर पैकेज में कानपुर के कुछ पर्यटन स्थलों को जोड़ा जाएगा। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। आयोध्या के टूर पैकेज में बिठूर के लव-कुश धाम को भी जोड़ा जाएगा।
अजीत कुमार सिन्हा, सीआरएम, आईआरसीटीसी