लखनऊ की नहीं लगानी होगी दौड़, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में होगी क्रिटिकल स्पाइन सर्जरी
कानपुर(ब्यूरो)। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में अब स्पाइन के जटिल से जटिल ऑपरेशन हो सकेंगे, क्योंकि सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की ओटी माइक्रोस्कोप समेत वल्र्ड क्लास की मशीनें से लैस है। अब तक हैलट के न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट की ओटी में पुराने मॉडल की मशीनों के होने से स्पाइन के जटिल ऑपरेशन करना संभव नहीं था। जीएसवीएम की सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का ऑपरेशन थियटर वल्र्ड क्लास मशीनों से लैस है। लिहाजा अब हैलट में भी स्पाइन के जटिल ऑपरेशन करना संभव हो गया है। इसकी शुरुआत भी न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट ने कर दी है। पांच दिन पूर्व रीढ़ की हड्डी का माइक्रोस्कोपिव डिस्केक्टॉमी तकनीक से सफल ऑपरेशन कर एक महिला को लकवाग्रस्त होने से बचाया गया। सुपर स्पेशियलिटी में यह स्पाइन का पहला ऑपरेशन था।
शरीर का निचला भाग हो रहा था निष्क्रिय
न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो। डॉ। मनीष सिंह ने बताया कि 56 वर्षीय महिला जिसकी रीढ़ की हड्डी बढ़ गई थी। जिसकी वजह से महिला के शरीर के कमर का निचला भाग लकवाग्रस्त होता जा रहा था। महिला ने जीएसवीएम के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के न्यूरो डिपार्टमेंट में दिखाया। जहां न्यूरो, सर्जरी व एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट की टीम ने चार घंटे का सफल ऑपरेशन कर महिला को लकवाग्रस्त होने से बचा लिया। महिला अब पहले की तरह नार्मल जिंदगी जी रही है।
कानपुराइट्स को अभी तक क्रिटिकल स्पाइन सर्जरी कराने के लिए सिटी के प्राइवेट हॉस्पिटल या फिर लखनऊ के पीजीआई हॉस्पिटल जाना पड़ता था। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की ओटी में स्पाइन सर्जरी शुरू होने से अब क्रिटिकल ऑपरेशन भी यहां करना संभव हो चुका है। लिहाजा अब कानपुराइट्स को प्राइवेट हॉस्पिटल में लाखों रुपए खर्च करने व लखनऊ के चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। उनका ट्रीटमेंट अब जीएसवीएम सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में भी संभव है।
सुबह 9 से 2 बजे तक ओपीडी
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के जीटी रोड स्थित सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में वर्किंग डे में सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक न्यूरो सर्जरी की ओपीडी चलती है। न्यूरो व स्पाइन से ग्रसित पेशेंट दिखा सकता है। इसके अलावा आर्थो डिपार्टमेंट की भी ओपीडी सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक चलती है। स्पाइन सर्जरी में न्यूरो, सर्जरी, एनेस्थीसिया व आर्थो डिपार्टमेंट की टीम मिलकर काम करती है।
&& जीएसवीएम सुपर स्पेशियलिटी की ओटी वल्र्ड क्लास मशीनों से लैस है। अब स्पाइन के क्रिटिकल स्पाइन सर्जरी भी यहां करना संभव हो चुका है। पहले न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट की ओटी में ओल्ड क्लास की मशीनें थी। लिहाजा क्रिटिकल स्पाइन सर्जरी करना संभव नहीं था। सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में यह सुविधा शुरु होने से लाखों कानपुराइट्स को काफी राहत मिलेगी.&य&य
प्रो। डॉ। मनीष सिंह, एचओडी, न्यूरो सर्जरी