20 दिन तक लंबा होगा लखनऊ-कानपुर का सफर
- जर्जर हो चुके पुराने जाजमऊ ब्रिज का होगा मेंटेनेंस
-6 मार्च से बंद हो सकता है जाजमऊ पुराना पुल KANPUR: जर्जर हो चुके जाजमऊ स्थित पुराने जाजमऊ ओवरब्रिज का मेंटेनेंस होना है। इसके लिए 20 दिन तक इसे बंद किया जाएगा। इस दौरान ट्रैफिक भी डायवर्ट होगा। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायेक्टर ने एसपी ट्रैफिक को लेटर लिखकर 6 मार्च की डेट पर सहमति मांगी है। मुहर लगते ही आवागमन बंद कर मेंटेनेंस का काम शुरू किया जाएगा। इससे कानपुर से लखनऊ, उन्नाव जाने वालों के लिए खासी मुश्किल होनी वाली है। वहीं लखनऊ से आने वाले लोग पुराने जाजमऊ पुल से ही होकर गुजरते हैं। ऐसे में उन्हें भी घूमकर जाना पड़ेगा, जिसमें काफी समय भी लग सकता है। भारी वाहनों का पुल से ज्यादा आवागन होने की वजह से पुल की प्लेटे और सड़क उखड़ गई है। बड़े वाहन निकलने पर पुल कांपने लगता है।यहां के लिए ट्रैफिक ज्यादा
लखनऊ, हमीरपुर, छतरपुर, कबरई, सागर, बांदा, महोबा, झांसी, जालौन, कानपुर देहात, चित्रकूट सहित अन्य जिले कैबिनेट मंत्री जता चुके हैं नाराजगी औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने पुल की मेंटेनेंस को लेकर कई बार एनएचएआई परियोजना निदेशक से नाराजगी जताई थी। इसके बाद कार्य योजना तैयार की गई है।ये हैं ट्रैफिक डायवर्जन प्लान
-लखनऊ की तरफ से आने वाले ऐसे भारी वाहन जिन्हें कानपुर देहात, हमीरपुर, महोबा, बांदा, उरई, झांसी जाना है वे टिकरा होते हुए स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पीछे से एनएच-2 पर चढ़ सकेंगे। -लखनऊ से हल्के वाहन गंगा बैराज से पालीटेक्निक चौराहा होते हुए कल्याणपुर या विजय नगर होते हुए पनकी के रास्ते एनएच-टू पर जा सकेंगे। -कानपुर, उन्नाव, मंधना के लोग गंगा बैराज के रास्ते आ-जा जाएंगे। हल्के वाहन शुक्लागंज होते हुए कैंट की तरफ से भी शहर आ सकेंगे। पुराने जाजमऊ पुल पर एक नजर -50 साल का हो गया पुल -2.50 लाख वाहन रोजाना गुजरते हैं -1970 में बनकर तैयार हुआ था पुल -500 से ज्यादा ओवरलोड व्हीकल गुजरते हैं -20 टन से ज्यादा वजनी वाहन नहीं खड़े हो सकते मेंटेनेंस के चलते पुराने जाजमऊ पुल को 6 मार्च से बंद करने की तैयारी है। ट्रैफिक डायवर्जन पर सहमति के लिए एसपी ट्रैफिक को लेटर लिखा गया है। मंजूरी मिलते ही काम शुरू होगा। -पंकज मिश्रा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई।