नहीं नियुक्ति किए लोकपाल चारों यूनिवर्सिटी ‘डिफॉल्टर’
कानपुर ब्यूरो। यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) ने सिटी की चार यूनिवर्सिटी को लोकपाल नियुक्त न करने के कारण डिफाल्टर की लिस्ट में डाल दिया है। इन यूनिवर्सिटीज में सीएसजेएमयू, सीएसए और एचबीटीयू के नाम शामिल हैैं। इसके अलावा मंधना स्थित रामा यूनिवर्सिटी (स्टेट प्राइवेट यूनिवर्सिटी) भी डिफाल्टर यूनिवर्सिटी की लिस्ट मेें हैै। हालांकि सीएसजेएमयू और सीएसए के अफसर लोकपाल नियुक्त हो जाने की बात कर रहे हैैं। रामा यूनिवर्सिटी के अफसर मामले पर बात करने से बचते रहे। यूजीसी के सेक्रेटरी प्रो। मनीष आर जोशी ने नोटिस जारी करते हुए डिफाल्टर यूनिवर्सिटी की लिस्ट को यूजीसी की वेबसाइट मेें डाला है। वेबसाइट में यूपी 38 यूनिवर्सिटी शामिल हैैं, जिसमें 27 गवर्नमेंट स्टेट और 11 प्राइवेट स्टेट यूनिवर्सिटी हैैं। जो डिफाल्टर हैैं। डिफॉल्टर्स की लिस्ट 17 जनवरी को जारी हुई थी।
ए प्लस ग्रेड लेकिन लोकपाल नहीं
प्रदेश में टेक्निकल एजुकेशन में अपना डंका बजाने वाली हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एचबीटीयू) को नैक ने ए प्लस ग्रेड दिया है। नैक में अपनी काबिलियत का गुणगान करने वाली एचबीटीयू को यूजीसी ने डिफाल्टर की लिस्ट में डाला है। यूजीसी के कहने के बाद भी इस संस्थान ने लोकपाल को नियुक्त नहीं किया है। पूरे मामले पर रजिस्ट्रार प्रो एसके शर्मा ने बताया कि मंगलवार को ऑफिस खुलेगा तब बता पाएंगे कि लोकपाल कौन है।
सिटी के मंधना इलाके में रामा यूनिवर्सिटी (स्टेट प्राइवेट यूनिवर्सिटी) अपने माडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए फेमस है। यूजीसी के आदेश के बाद इस यूनिवर्सिटी ने लोकपाल को नियुक्त नहीं किया है। इसके चलते यूजीसी की डिफाल्टर लिस्ट मे जगह बनाने में यह सक्सेस हुई है। पूरे मामले पर बातचीत करने के लिए अफसरों को कॉल किया गया तो संपर्क नहीं हो सका। डिफाल्टर लिस्ट में लेकिन बता दिए लोकपाल के नाम
स्टेट यूनिवर्सिटी सीएसजेएमयू और सीएसए को भी यूजीसी ने लोकपाल नियुक्त न करने वाली डिफाल्टर यूनिवर्सिटी की लिस्ट में डाला है। हालांकि दोनों यूनिवर्सिटी के अफसरों ने लोकपाल के नाम बताए। सीएसए वीसी डॉ। आनंद कुमार सिंह ने कहा कि मथुरा एनिमल हस्बैैंडरी यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड वीसी डॉ। जीके सिंह को लोकपाल नियुक्त किया गया है। यूजीसी ने डिफाल्टर की लिस्ट में नहीं डालना चाहिए था। वहीं, सीएसजेएमयू के रजिस्ट्रार डॉ। अनिल यादव ने बताया कि 6 महीने पहले एचबीटीयू के एक्स डायरेक्टर डॉ। आरपी सिंह को लोकपाल नियुक्त किया गया है। यूजीसी को लेटर भेजा गया है। डिफाल्टर की लिस्ट में क्यों डाला इसके बारे में पता किया जाएगा।
इसलिए होनी है लोकपाल की नियुक्ति
स्टूडेंट्स की प्राब्लम साल्विंग के लिए यूजीसी ने लोकपाल नियुक्ति के लिए कहा था। इसमें स्टूडेंट्स की वह समस्याएं, जिनका निस्तारण कठिन होता है या नहीं हो पाता उनके निस्तारण के लिए लोकपाल को नियुक्त करने की बात कही गई है। इसमें रिटायर्ड वीसी, प्रोफेसर या न्यायाधीश शामिल हो सकते हैैं। यूजीसी के अनुसार 31 दिसंबर तक लोकपाल की नियुक्ति की जानी थी।