आईआईटी कानपुर के कॉन्वोकेशन में मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं का उत्साहवर्धन किया. कहा कि भविष्य में टेक्नोलॉजी के बिना जीवन अूधरा होगा. ये समय जीवन व टेक्नोलॉजी में प्रतिस्पर्धा का है. इसमें युवाओं को आगे निकलना है. मुझे यह विश्वास है कि आईआईटी के स्टूडेंट्स इसे अवश्य पूरा करेंगे. कहा कि यहां के युवाओं को यह तय करना है कि वर्ष 2047 का भारत कैसा होगा. आत्मनिर्भर बनने के लिए अधीर बनें. उन्होंने कहा कि हर युवा को 25 साल की उम्र में अपने पैरों पर खड़ा हो जाना चाहिए लेकिन देश 25 साल की उम्र में पैरों पर नहीं खड़ा हो पाया.

कानपुर (ब्यूरो) पीएम ने स्टूडेंट्स से कहा कि हमें कभी चुनौतियों से भागना नहीं चाहिए। जो लोग चुनौतियों से भागते हैं वो ही उनका शिकार बन जाते हैं। कभी कंफर्ट मत चुनना, चुनौती जरूर चुनना। क्योंकि आप चाहें या ना चाहे चुनौतियां जीवन में आने ही हैं। उन्होंने कहा कि कभी भी शार्टकट के चक्कर में नहीं पडऩा चाहिए।

भारतीय कंपनियां बन रहीं ग्लोबल
उन्होंने कहा कि कौन भारतीय नहीं चाहेगा कि भारत की कंपनियां ग्लोबल न बनें, भारत के उत्पाद ग्लोबल बनें। जो आईआईटी को जानता है। यहां के टैलेंट को जानता है। यहां के प्रोफेसर्स की मेहनत को जानता है वो ये विश्वास करता है कि आईआईटी के युवा इसे अवश्य पूरा करेंगेे। आज भारत दुनिया का दूसरा स्टार्ट अप हब बनकर उभरा है। तीसरा सबसे बड़ा यूनिकॉर्न देश बन गया है। उन्होंने कहा कि मेरी बातों में आपको अधीरता नजर आ रही होगी लेकिन मैं चाहता हूं कि आप भी इसी तरह आत्म निर्भर भारत के लिए अधीर बनें।

यह आपके जीवन का अमृतकाल
उन्होंने इतिहास पर नजर डालते हुए कहा कि सत्ती चौरा घाट से लेकर मदारी पासी तक, नाना साहब से लेकर बटुकेश्वर दत्त तक। जब इस शहर की सैर करते हैं तो ऐसा लगता है कि जैसे हम स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानों के गौरव की, उस गौरवशाली अतीत की सैर कर रहे हैं। 1930 के उस दौर में जो 20-25 साल के नौजवान थे। 1947 तक उनकी यात्रा और 1947 में आजादी की सिद्धि, उनके जीवन का गोल्डन फेस थी। आज आप भी एक तरह से उस जैसे ही गोल्डन एरा में कदम रख रहे हैं। जैसे ये राष्ट्र के जीवन का अमृतकाल है वैसे ही ये आपके जीवन का भी अमृतकाल है।

Posted By: Inextlive