एंबुलेंस के इंतजार में आफत में जान
- सरकारी एंबुलेंस की हड़ताल का असर, बारिश के बीच अस्पताल पहुंचने की दुश्वारी बढ़ी
- प्राइवेट एंबुलेंस वाले वसूल रहे मनमाना किराया, सीएमओ का दावा आज बहाल हो जाएगी सेवाKANPUR: सरकारी एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल का असर मरीजों पर पड़ रहा है। उनका दर्द और खर्च दोनों बढ़ रहा है। एंबुलेंस के इंतजार में उनकी प्रॉब्लम बढ़ रही है। वहीं प्राइवेट एंबुलेंस वाले भी मनमानी पर उतारू हैं। आमतौर पर शहर के दो बड़े सरकारी अस्पतालों में रोज 108 एंबुलेंस से 50 से 60 पेशेंट्स इलाज कराने आते थे। इसके अलावा मेटर्निटी अस्पतालों में प्रसूताओं को लाने और घर तक छोड़ने में भी 102 एंबुलेंस सेवा का फायदा रोज 80 के करीब महिलाओं को मिलता था, लेकिन कर्मियों की स्ट्राइक की वजह से दो दिन से सेवा पूरी तरह से बाधित हो गई। इसका खामियाजा इन पेशेंटस को भुगतना पड़ रहा है। जबकि प्राइवेट एंबुलेंस वाले बढ़ा-चढ़ा कर किराया वसूल रहे हैं।
केस-1 वसूला मनमाना किरायाफतेहपुर में हुए एक्सीडेंट में घायल होने के बाद हैलट इमरजेंसी इलाज कराने पहुंचे प्यारेलाल को सरकारी एंबुलेंस नहीं मिली। स्ट्राइक की वजह से उन्हें प्राइवेट एंबुलेंस से आना पड़ा। हैलट लाने के लिए उसने 3 हजार रुपए देने पड़े जबकि सामान्य दिनों में 2 हजार रुपए तक किराया पड़ता है। अगर सरकारी एंबुलेंस सेवा चल रही होती तो कोई खर्च नहीं होता।
केस-2 एंबुलेंस कब आएगी नहीं मिला जवाब कानपुर-फतेहपुर बार्डर के पास रोड एक्सीडेंट में घायल हुए रिजवान को उनके भाई अनवर गंभीर हालत में हैलट इमरजेंसी लेकर पहुंचे। उन्होंने बताया कि वह काफी देर तक फोन पर 108 एंबुलेंस के लिए बात करते रहे, लेकिन एंबुलेंस कब आएगी इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। इस बीच भाई की हालत बिगड़ी तो एक जान पहचान वाले से उनकी बोलेरो गाड़ी मांगी और उससे भाई को हैलट लाए। कितनी एंबुलेंस- 41- एंबुलेंस 108 नंबर 36- एंबुलेंस 102 नंबर 3 - एंबुलेंस एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाली नया स्टाफ आया, चलने लगी एंबुलेंस सरकारी एंबुलेंस कर्मियो की स्ट्राइक खत्म नहीं होने के कारण टयूजडे को डीएम ने सभी एंबुलेंस सीएमओ को टेकओवर करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद वेडनसडे को सीएमओ ने सभी एंबुलेंस के लिए नए स्टॉफ को बुलाया। जिसके बाद शाम से कांशीराम अस्पताल में खड़ी एंबुलेंस निकाली जाने लगी। शाम तक आधी से ज्यादा एंबुलेंस काम करने लगी थी। ऐसा स्वास्थ्य विभाग की ओर से दावा किया गया।