मोतियाङ्क्षबद आपरेशन के बाद शिवराजपुर क्षेत्र के सुघर देवा गांव में रहने वाले छह बुजुर्गों के आंखों की रोशनी छीनने वाले बर्रा के आराध्या हॉस्पिटल का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है. सीएमओ की तीन सदस्यीय जांच कमेटी की संस्तुतियों के आधार पर यह निर्णय लिया गया है. कमेटी की विस्तृत रिपोर्ट मिलने के बाद डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने को नेशनल मेडिकल कमीशन एनएमसी को पत्र लिखा जाएगा.


कानपुर (ब्यूरो) सीएमओ डॉ। आलोक रंजन ने बताया कि तीन सदस्यीय जांच कमेटी की प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर आराध्या आई हास्पिटल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया था। डीएम विशाख जी ने डाक्टर का एनएमसी पंजीकरण निरस्त करने का निर्देश दिया था। उसके बाद सीएमओ ने हास्पिटल संचालक डा। नीरज गुप्ता को नोटिस दिया था। डॉ। नीरज संतोषजनक जवाब नहीं दे सके हैं। इसलिए प्रतीत होता है कि मोतियाङ्क्षबद आपरेशन के पहले और बाद में उन्होंने पूरी लापरवाही बरती है। इसलिए हास्पिटल का लाइसेंस निरस्त करने का निर्णय लिया है।

Posted By: Inextlive