कोरोना से मरने वाले लोगों के पीडि़त परिवार के लिए राहत की खबर है. दरअसल जिन लोगों का नाम लिस्ट में होने के बावजूद मुआवजे के लिए फार्म सबमिट नहीं हुआ है ऐसे परिवारों के घर घर जाकर लेखपाल फार्म हासिल करेंगे. ट्यूजडे को डीएम के आदेश के बाद से वेडनसडे को लेखपालों ने अपने अपने स्तर पर काम शुरू कर दिया है. अब उन लोगों के नाम लिस्ट से अलग किया जा रहा है जिनके फार्म अभी तक जमा ही नहीं हुए हैं.

कानपुर (ब्यूरो) ट्यूजडे की शाम डीएम विशाख जी अय्यर ने कलक्ट्रेट स्थित कोरोना पीडि़त परिवारों के जमा करने वाली विंडो का इंस्पेक्शन किया। जिसमें पाया कि सिर्फ एक ही विंडो होने से लोगों को फार्म जमा करने को लेकर परेशानी उठानी पड़ रही है। जिसके बाद डीएम के आदेश पर एक और विंडो खोल दी गई है। इससे लोगों ने राहत महसूस की।

144 लोगों के खाते में
कोरोना से मरने वाले लोगों को शासन ने पचास पचास हजार रुपए मुआवजा देने को कहा था। प्रॉसेस पूरा करने के बाद पहले पचास और फिर 94 पीडि़त परिवारों के बैंक खाते में मुआवजे की धनराशि भेज दी गई है। वहीं अब 64 लोगों के खाते में जल्द ही मुआवजे की रकम देन की तैयारी है।

Posted By: Inextlive