समस्या को खत्म कर दूसरी समस्या कैसे खड़ी की जाए यह देखना है तो अफीमकोठी पर सीवेज लीकेज से हुए गड्ढे को देख लीजिए. 100 दिन के अंदर लीकेज तो सही कर दिया गया लेकिन गड्ढा वैसा ही छोड़ दिया गया. जब तक यह सड़क गड्ढा भर कर मोटरेबुल नहीं की जाएगी तब तक समस्या खत्म नहीं होगी. लीकेज के मेंटीनेंस में 20 लाख से अधिक रुपए खर्च भी हो गया है अब गड्ढे को भरने में क्या खर्च होगा वह तो संबंधित विभाग ही बता पाएगा. यहां गड्ढा बिना भरे छोडऩे के अलावा टूटी सीवेज पाइप लाइन को भी नहीं जोड़ा गया है. जब तक इस सड़क को मोटरेबुल नहीं किया जाएगा तब तक यहां ट्रैफिक नहीं चल सकेगा और डायवर्जन लागू रहेगा.

कानपुर (ब्यूरो) अफीमकोठी स्थित जीटी रोड में सीवेज लीकेज से हुए गड्ढे की वजह से सड़का का एक बड़ा हिस्सा धंस गया था। जिसकी वजह से जीटी रोड पर एक साइड के ट्रैफिक का आवागमन बंद करा कर एक ही साइड से दोनों तरफ का ट्रैफिक बीते 100 दिन से चलाया जा रहा है। इसकी वजह से यहां पर पूरा दिन जाम के हालात बने रहते हैैं। डेली लाखों कानपुराइट्स इस समस्या को झेल रहे हैैं, लेकिन अफसरों को इसकी कोई परवाह नहीं है।

एक सप्ताह से काम बंद पड़ा
इलाके में रहने वाले महेंद्र सिंह ने बताया कि मेन सीवेज लीकेज बन चुका है। इसके बाद नगर निगम की टीम गड्ढा जस का तस छोड़ कर चली गई है। एक सप्ताह से अधिक समय से काम पूरी तरह बंद पड़ा हुआ है। नगर निगम न तो इलाके की टूटी सीवेज लाइन को मेन चैंबर को जोडऩे का काम कर रही है और न ही गड्ढे से मिट्टी की पुराई कराई रही है। जिससे जीटी रोड से हल्के वाहनों का आवागमन शुरू हो सके।

घरों में पीने का पानी नहीं आ रहा
सीवेज लीकेज की मरम्मत होने के बाद इलाकाई लोगों ने प्राइवेट प्लम्बर से वाटर लाइन से अपने घरों की वाटर पाइप लाइन तो जुड़ा लिया है लेकिन प्रेशर न होने से अभी भी दर्जनों घरों में पीने का पानी नहीं आ रहा है। इलाकाई लोगों ने बताया कि पहले तो जनप्रतिनिधियों व नगर निगम की तरफ से वाटर टैंक आता था। उससे पानी भर लिया करते थे लेकिन अब दो सप्ताह से वह भी नहीं आ रहा है। इसी स्थिति में अब यहां कैसे रहें कुछ समझ में नहीं आ रहा।

समस्याओं का अंबार
- पेयजल की समस्या
- सीवेज लाइन टूटी पड़ी हुई है
- गड्ढे जस का तस पड़ा हुआ है
- गड््ढे की वजह से दो मकानों में दरार आ चुकी
- पूरा दिन मिट्टी का गुबार उड़ता रहता है

एक नजर में
3 अगस्त को सीवेज लीकेज हुआ था
100 दिन सैटरडे से हो गए लीकेज के
1 सप्ताह पहले लीकेज की मरम्मत हो चुकी है
2 दर्जन से अधिक फैमिली प्रभावित है
20 लाख से अधिक पैसा लीकेज सुधारने में लग चुका है

'' मेन सीवेज लीकेज का काम पूरा हो चुका है। इलाके के दो से तीन छोटी सीवेज लाइन का कनेक्शन मेन सीवर चैंबर से जलकल को करना है। वह यह काम पूरा कर दें तो हम मिट्टी डाल कर उसकी लेवलिंग कर देंगे।
मनीष अवस्थी, चीफ इंजीनियर

'' गड्ढे की वजह से इलाके के सीवेज पाइप टूट गए थे। उनका काम जल्द कराया जाएगा। अभी तक नगर निगम मेन सीवेज लीकेज का मेंटीनेंस करने का काम कर रहा था.ÓÓ
केपी आनंद, कार्यवाहक जीएम जलकल

Posted By: Inextlive