कानपुर में बर्ड फ्लू की दस्तक
- जू में मरे जंगली मुर्गो की जांच में बर्ड फ्लू के वायरस की पुष्टि, 10 में से दो की मौत बर्ड फ्लू से
- एहतियात के चलते जू को किया गया सील, कंटेनमेंट और सैनेटाइजेशन की होगी कार्रवाई KANPUR: कोरोना के बीच कानपुर में बर्ड फ्लू की भी एंट्री हो गई है। जू में बीते दिनों जंगली मुर्गो की मौत बर्ड फ्लू से हुई थी। भोपाल स्थित आईआईएफएम की लैब में भेजे गए सैंपल की सैटरडे को आई जांच रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई। जिसके बाद अब पूरे जू परिसर को सील कर दिया गया है। साथ ही यहां कंटेनमेंट की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।मालूम हो कि जू में जंगली मुर्गो के मरने का सिलसिला ख् जनवरी से शुरू हुआ था। एक-एक करके क्0 मुर्गो की मौत के बाद जू प्रशासन ने पक्षियों के बाड़े को बंद कर दिया था। सभी मरने वाले सभी पक्षियों का पोस्टमार्टम कराने के साथ उनके सैंपल बर्ड फ्लू की जांच के लिए भोपाल स्थित इंडियन इंस्टीटयूट आफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट भेजे गए थे।
बर्ड फ्लू कैसे पहुंचा जूकानपुर में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.एपी मिश्र ने बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि की और कहा कि अब जू में अन्य पक्षियों की भी जांच कराई जाएगी। साथ ही इन मुर्गों में बर्ड फ्लू का संक्रमण कैसे हुआ इसके बारे में भी पता लगाया जाएगा। मालूम हो कि जू की झील में इस वक्त काफी प्रवासी पक्षी आ रहे हैं, उनकी बीट से या फिर, जानवरों को खिलाए जाने वाले चिकन से बर्ड फ्लू का वायरस जू पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। वहीं जू प्रशासन की ओर से इस मामले में अभी तक आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
जू में मरने वाले रेड जंगल फाउल की भोपाल से रिपोर्ट आई है। जिसमें दो में बर्ड फ्लू की पुष्टि भी हुई है। बाड़े को सील करा दिया गया है। - डॉ.एपी मिश्रा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, कानपुर नगर