पकड़े जाने के बाद तो इंटरनेशनल हो गया किडनी का कारोबार
- जून 2016 में दिल्ली पुलिस ने टी राजकुमार राव को अपोलो हॉस्पिटल के किडनी रैकेट में पकड़ा था, उसी शख्स को 3 साल बाद कानपुर पुलिस ने पकड़ा
-दिल्ली पुलिस के डीएसपी की अगुवाई में एक टीम पहुंची शहर के बर्रा थाने, जून 2016 में बर्रा से ही पकड़ा गया था रैकेट का मेंबर >kanpur@inext.co.inKANPUR: किडनी के 'काले कारोबार' के जिस रैकेट का कानपुर पुलिस ने खुलासा किया है। दरअसल वो रैकेट इयर 2016 में पकड़े जाने के बाद से देश ही नहीं विदेशों तक फैल चुका है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इयर 2014 में शहर में इस रैकेट के चलाए जाने की खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद जून 2016 में दिल्ली के नामी अपोलो हास्पिटल में किडनी रैकेट का खुलासा हुआ था। तब दिल्ली पुलिस की एसआईटी ने टी राजकुमार राव को अरेस्ट किया था। वह बेल पर छूटा, इसके बाद उसने इस रैकेट को अपोलो से निकालकर दिल्ली के दूसरे बड़े अस्पतालों में फैला दिया। और ह्यूमन आर्गन के इंटरनेशनल बिजनेस का बड़ा नाम बन गया।
d>w®vy âð ¿Ü ÚãUæ Úñ·ð¤ÅU·¤æÙÂéÚ ×ð´ ç·¤ÇUÙè Úñ·ð¤ÅU ·¤æ æðÜ ·¤§ü âæÜæð´ âð ¿Ü ÚãUæ ãUñ। Úñ·ð¤ÅU ¿ÜæÙð ßæÜð ·¤æÙÂéÚ ·¤æ ØêÁ çâÈü¤ ÇUæðÙÚ âŒÜæ§ü ·ð¤ çÜ° ·¤ÚÌð ‰æð। Úñ·ð¤ÅU ·ð¤ ÎÜæÜ ·¤æÙÂéÚ âð Üæð»æð´ ·¤æð ÕÚ»Üæ ·¤Ú çÎËÜè Üð ÁæÌð ‰æð। çÈ¤Ú ßãUæ¢ ×æðÅUè ·¤è×Ì ÂÚ ç·¤ÇUÙè ·¤è ÇUèÜ ãUæðÌè ‰æè। ÁêÙ w®vy ×ð´ ÕÚæü ·ð¤ »é¢ÁÙ çßãUæÚ ×ð´ ÚãUÙð ßæÜð °ðâð ãUè °·¤ Úñ·ð¤çÅUØÚ âˆØÂý·¤æàæ ·¤æð çÎËÜè ÂéçÜâ Ùð ç»ÚÌæÚ ç·¤Øæ ‰ææ। âˆØÂý·¤æàæ âÚ»Ùæ ÅUè ÚæÁ·é¤×æÚ Úæß ·ð¤ §àææÚæð´ ÂÚ ·¤æ× ·¤ÚÌæ ‰ææ। w®vy âð v{ ·ð¤ Õè¿ ßãU ·¤æÙÂéÚ âð y Üæð»æð´ ·¤æð çÎËÜè Üð »Øæ। çÁÙ·¤è ç·¤ÇUÙè Á×ê, »æçÁØæÕæÎ, ¿¢ÇUè»ÉU¸ ×ð´ ÚãUÙð ßæÜð Üæð»æð´ ·¤æð ×é´ãU×æ¢»è ·¤è×Ì ÂÚ Ü»æ§ü »§ü ‰æè। ×æÜê× ãUæð ç·¤ §â ×æ×Üð ×ð´ çÎËÜè ÂéçÜâ ·¤è ·¤æÚüßæ§ü ·ð¤ ÕæÎ ¥ÂæðÜæð ãUæçSÂÅUÜ ·¤æ ç·¤ÇUÙè ÅUþæ¢âŒÜæ¢ÅU ·¤æ Üæ§âð´â ·ñ´¤çâÜ ·¤Ú çÎØæ »Øæ ‰ææ।
çÎËÜè ÂéçÜâ Ùð æè àæéM¤ ·¤è Á梿 ·¤æÙÂéÚ ×ð´ ·¤Ç¸Uð »° ç·¤ÇUÙè Úñ·ð¤ÅU ·¤æð Üð·¤Ú çÎËÜè ÂéçÜâ ·¤è °·¤ ÅUè× æè ÇUè°âÂè ·¤è ¥»éßæ§ü ×ð´ Èý¤æ§üÇUð ·¤æð ÕÚæü ‰ææÙð ÂãU颿è। ÅUè× Ùð ÕÚæü ‰ææÙð âð §â ×æ×Üð âð ÁéǸUè °È¤¥æ§ü¥æÚ ·¤è ·¤æÂè ¥æñÚ ¥‹Ø ÁM¤ÚUè ÎSÌæßðÁ ãUæçâÜ ç·¤°। âæ‰æ ãUè °â¥æ§üÅUè ·ð¤ ×ð¢Õâü âð æè ÕæÌ¿èÌ ·¤è ¥æñÚ çÎËÜè ×ð´ ×æñÁêÎ »ñ´» ·ð¤ ×ð´Õâü ß ÇUæò€ÅUâü ·¤æð Üð·¤Ú ÁæÙ·¤æÚUè ãUæçâÜ ·¤è। गुगोर् की तलाश में कई जगहों पर छापेमामले की जांच में लगी कानपुर पुलिस की एसआईटी ने फ्राईडे को दिल्ली में कई जगहों पर छापे मारे। इस दौरान जिन डॉक्टर्स के नाम पूरे मामले में सामने आए हैं। उनसे पूछताछ की कोशिशें भी जारी रही। पदमश्री डॉक्टर समेत तीन नामी डॉक्टर्स से सैटरडे को एसआईटी पूछताछ कर सकती है। किडनी और लीवर के इंटरनेशनल कारोबार से जिस डॉ। केतन कौशिक का नाम सामने आ रहा है। उसे लेकर अभी भी एसआईटी को ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है। मालूम हो पुलिस जिस टी राजकुमार राव को इस पूरे मामले का सरगना बता रही है वो डॉ.केतन के अंडर ही काम करता आया है और अपोलो किडनी रैकेट में भी डॉ.केतन का नाम आया थ्ा।
आरसीएन जारी कराने की मांग किडनी रैकेट में जिन डॉक्टर्स का नाम सामने आया है। वह विदेश न भाग सके। इसके लिए कानपुर पुलिस की टीम गृह मंत्रालय से उनके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी कराने की तैयारी में है। इसके लिए बकायदा मंत्रालय से भी मांग की गई है। ----------- केजीएमयू पर भी जांच की आंचकिडनी रैकेट में शामिल गौरव मिश्रा की वजह से केजीएमयू भी अब जांच के दायरे में आ गया है। एसआईटी की एक टीम ने केजीएमयू में ऐसे किडनी पेशेंट्स की रिपोर्ट हासिल करने की कोशिश कर रही है जिन्हें किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत है। मालूम हो कि गौरव अभी केजीएमयू में ही काम कर रहा है। उसने रैकेट की जड़े लखनऊ में जमाने में अहम जिम्मेदारी निभाई।
पासपोर्ट वाले किडनी पेशेंट्स का रिकॉर्ड खंगाल रहे एसआईटी कानपुर में ऐसे पेशेंट्स को भी जांच के दायरे में ला सकती है जोकि किडनी से जुड़ी बीमारी को लेकर विदेश में इलाज कराने जाते रहे हैं। ऐसे में लोगों के वीजा और पासपोर्ट को लेकर एसआईटी जानकारी जुटा रही है।