रिपीट डेंगू से किडनी व लीवर में हो रहा इंफेक्शन, हो जायें सावधान
कानपुर(ब्यूरो)। सिटी में जहां डेंगू के नए पेशेंट आ रहे है। वहीं कई केस ऐसे भी हेल्थ डिपार्टमेंट के सामने आए है। जोकि एक साल पहले भी डेंगू की चपेट में आ चुके है। बड़ी बात यह है कि रिपीट डेंगू से ग्रसित पेशेंट गंभीर हालत में ट्रीटमेंट के लिए हैलट, उर्सला व कांशीराम हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक इन पेशेंट में खास बात सामने यह है कि 90 परसेंट पेशेंट के लीवर व किडनी में इंफेक्शन भी निकला है। जिनको दो-दो सप्ताह तक ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ रही है।
70 केस आए सामने
हेल्थ डिपार्टमेंट के एसीएमओ के मुताबिक एक माह के अंदर 70 ऐसे डेंगू के केस आ चुके हैं। जोकि एक वर्ष पहले भी डेंगू के ग्रसित हो चुके हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट के एप के माध्यम से यह डिटेल सामने आई है। इन पेशेंट को डेंगू रिपीट का कारण क्या है। हेल्थ डिपार्टमेंट अब इसकी जांच कर रहा है। साथ ही इनके घर की लोकेशन समेत अन्य छोटी से छोटी चीजों की जांच की जा रही है। जिससे डेंगू रिपीट होने का कारण स्पष्ट हो सके।
लीवर, किडनी इंफेक्शन के साथ प्लेटलेट्स भी कम
हैलट हॉस्पिटल के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रो। डॉ। एस के गौतम ने बताया कि डेंगू के रिपीट केसों में जहां एक तरफ लीवर व किडनी में इंफेक्शन निकल रहा है। वहीं पेशेंट में प्लेटलेट्स काउंट भी काफी कम देखने को मिले है। जिसकी वजह से उनको हॉस्पिटल में भर्ती करने के साथ प्लेटलेट्स चढऩे की जरूरत भी पड़ रही है। अच्छी बात यह है कि अभी तक हॉस्पिटल में आए डेंगू के केस में कोई जानलेवा साबित नहीं हुआ है। बेहतर ट्रीटमेंट मिलने से वह 10 दिनों में स्वस्थ्य हो जा रहे हैं।
यूडीएसपी पोर्टल में अपलोड होते केस
डेंगू से ग्रसित पेशेंट के आंकड़ों का डाटा हेल्थ डिपार्टमेंट की सर्विलांस टीम यूडीएसपी पोर्टल पर अपलोड कर उनका सत्यापन करती है। पोर्टल में अपडेट किए गए डाटा में पुष्टि हुई है कि 70 पेशेंट दूसरी बार डेंगू संक्रमित हुए। वहीं, 39 ऐसे मरीज थे, जिनको भर्ती करने के साथ ही प्लेटलेट्स चढ़ाने तक की नौबत आ गई। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रो। एसके गौतम के मुताबिक डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, टाइफाइड व वायरल ग्रस्त सैकड़ों पेशेंट प्रतिदिन ट्रीटमेंट के लिए आ रहे हैं।
दिन में काटता है डेंगू का मच्छर
प्रो। एसके गौतम ने बताया कि डेंगू के मच्छर अक्सर दिन के समय काटते हैं। इस दौरान बचाव के लिए उपाय करना बहुत जरूरी है। डेंगू संक्रमण की स्थिति में तेज बुखार की समस्या के साथ सिरदर्द, शरीर दर्द, थकावट और पेट में दर्द की समस्या होती है। डेंगू के गंभीर मामलों में तेजी से ब्लड प्लेटलेट्स भी कम होने लगते हैं।
रिपीट केस में ऐसे की जा रही जांच
- पेशेंट किस एरिया में रहता है
- पेशेंट की दिनचर्या
- पेशेंट का फैमिली स्टेटस
- मेडिकल हिस्ट्री
- एरिया में रहने वालों की स्टडी
- उस इलाके से निकलने वाले डेंगू पेशेंट की संख्या
डेंगू के लक्षण - जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
- शरीर पर चकत्ते होना
- तेज सिरदर्द होना
- आंखों में बेचैनी होना
- उल्टी होना या महसूस होना
- कमजोरी व थकान लगना
डेंगू के नए केस के साथ 70 केस ऐसे सामने आए है। जोकि एक वर्ष पहले भी डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे केस पर विशेष ध्यान देने के साथ स्टडी की जा रही है। जिससे पेशेंट का ट्रीटमेंट करने में आसानी हो।
डॉ। एके सिंह, डीएमओ, कानपुर