मल्टीलेवल पार्किंग को केडीए का ग्र्रीन सिग्नल
कानपुर (ब्यूरो)। वीआईपी रोड पर लगने वाले जाम की समस्या के हल के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत तहसील कैम्पस में मल्टीलेवल पार्किंग बननी है। 47.43 करोड़ रुपये से बनने वाली इस मल्टीलेवल पार्किंग के मैप को केडीए से हरी झंडी मिल गई है। अब केवल पुरातत्व विभाग की एनओसी मिलना बाकी है। एनओसी को लेकर पुरातत्व विभाग की टीम ने कार्य करा रही सीएंडडीएस के ऑफिसर्स के साथ वेडनेसडे को पार्किंग स्थल का निरीक्षण किया।
मल्टीलेवल पार्किंग: फैक्ट फाइल47.43 करोड़ रुपये से बन रही पार्किंग
2 बेसमेंट के अलावा पार्किंग में 5 फ्लोर
612 गाडिय़ां खड़ी हो सकेंगी यहां पर
436 फोर व्हीलर पार्क किए जा सकेंगे
176 टू व्हीलर की पार्किंग हो सकेगी।
17 महीने से अटका है पार्किंग का काम
जाम से मिलेगी राहत
वीआईपी रोड स्थित तहसील कैम्पस में बनने वाली इस मल्टी लेवल पार्किंग को बनाने की जिम्मेदारी सीएंडडीएस जलनिगम के पास है। इसमें दो बेसमेंट के अलावा पार्किंग के लिए पांच फ्लोर हैं। इसमें 436 फोर व 176 टू व्हीलर की पार्किंग हो सकेगी। इससे कचहरी के आसपास लगने वाले ट्रैफिक जाम से काफी हद तक राहत मिल जाएगी।
एनओसी में फंसी
मल्टीलेवल पार्किंग बनाने का काम पिछले 17 महीने से लटका हुआ है। पहले नजूल की जमीन पर कार्य कराने की परमीशन के चलते एक साल फाइल शासन में लटकी रही। इसके बाद केडीए से नक्शा पास कराने को लेकर फायर, पाल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड व पुरातत्व विभाग की एनओसी में फंसा हुआ है। अब केडीए से मैप सहित अन्य डिपार्टमेंट से एनओसी मिल गई चुकी है। केवल पुरातत्व विभाग की एनओसी बची है।
पुरातत्व विभाग के ड्राफ्टमैन रवि सक्सेना ने सीएंडडीएस के स्थानिक अभियंता अमित सचदेवा व विकास गिरी की अगुवाई में पार्किंग स्थल का निरीक्षण किया। पार्किंग स्थल के पास ऐतिहासिक महत्व वाला गोरा कब्रिस्तान है। अगर पार्किंग से यह 300 मीटर दूरी पर है और उस पर निर्माण का असर नहीं पड़ा है तभी पुरातत्व विभाग एनओसी देगी। अगर इसके अंदर है तो फिर पुरातत्व विभाग की शर्तों के तहत कार्य करना होगा। सीएंडडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर रंजीत कुमार ने बताया कि केडीए से एनओसी मिल गई है। पुरातत्व विभाग से एनओसी मिलते ही नए सिरे से टेंडर किया जाएगा।
कन्वेंशन सेंटर का कार्य फंसा
पुरातत्व विभाग ने चुन्नीगंज में बन रहे कन्वेंशन सेंटर के कार्य पर भी रोक लगा दी है। अब तक 65 प्रतिशत कार्य हो गया है। पुरातत्व विभाग ने नोटिस दी है कि निर्माण स्थल से 120 मीटर की दूरी पर सूबेदार तालाब स्थित है। ऐसे में एनओसी के बिना कैसे कार्य कराया जा रहा है। स्मार्ट सिटी मिशन के प्रभारी आरके ङ्क्षसह ने बताया कि जल्द पुरातत्व विभाग से एनओसी मिल जाएगी।
रंजीत कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर, सीएंडडीएस