सर्वार्थ सिद्धि योग में करवाचौथ का व्रत
- रात 8.15 से नौ बजे तक रहेगा चंद्रोदय का समय, चंद्रमा की आरती कर सास व पति का आशीर्वाद लेना होगा लाभदायक
KANPUR। सर्वार्थ सिद्धि योग में वेडनसडे को महिलाएं करवाचौथ का व्रत रखेंगी। इस बार करवा चौथ वेडनसडे को पड़ा है। जोकि काफी शुद्ध है। क्योंकि वेडनसडे का दिन भगवान गणेश का होता है। इस दिन महिलाएं अपनी पति के लंबी उम्र के लिए दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं। विशेष फल की प्राप्ति ज्योतिषाचार्य पंडित केए दुबे पद्मेश ने बताया कि वेडनसडे को सिटी में चंद्रोदय का समय रात 8.15 से लेकर नौ बजे तक रहेगा। इस बीच चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद सास को करवा देकर आशीर्वाद लेना फलदायी होगा। सुहागिन महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए विधि-विधान से चंद्रमा देवता को अर्घ्य करने के बाद पति की आरती कर आशीष जरूर लें, इससे विशेष फल की प्राि1प्त होगी।क्यों मनाया जाता यह पर्व
एक बार देवों और दानवों के बीच युद्ध में देवता हार के समीप थे। तब वे ब्रह्मदेव के पास गए और उनसे रक्षा करने की प्रार्थना की। ब्रह्मदेव ने सभी देवताओं की पत्नियों को सुहाग के लिए व्रत करने का कहा। ऐसा करने से उनके पतियों की युद्ध में विजय हुई। तब से कार्तिक माह की चतुर्थी के दिन करवाचौथ मनाने की परंपरा की शुरूआत हुई।
करवा चौथ का महत्व करवाचौथ केवल एक व्रत ही नहीं बल्कि एक उत्सव भी है। इस दिन व्रत रखने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य का वरदान प्राप्त होता है। महिलाएं सोलह श्रृंगार कर चंद्रमा की पूजा कर अपनी पति की लंबी आयु की कामना करती है। इस व्रत से पति की आयु बढ़ने के साथ परिवार में सुख-समृद्धि और शांति भी आती है।