ब्रिटेन के ब्रै़डफोर्ड में रहने वाले भारतीय मूल के पति-पत्नी करमचंद और करतारीवहां के सबसे लंबे समय तक साथ रहने वाले दंपति हो सकते हैं.

पंजाब के एक छोटे से गांव में 1905 में जन्मे करमचंद की वर्ष 1925 में करतारी से शादी हुई थी। जैसा कि पारंपरिक भारतीय किसान परिवारों में होता है करमचंद की भी काफ़ी कम उम्र में शादी हो गई थी।

करमचंद और उनकी पत्नी करतारी के पासपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 1912 में उनकी पत्नी भी उसी ज़िले में अपने परिवार के साथ रह रहीं थी जहां करमचंद का घर था।

पासपोर्ट में दी गई तारीख़ों के अनुसार इस वक्त करमचंद की उम्र 106 साल की है और करतारी की 99 वर्ष की। दोनों की शादी एक पारंपरिक भारतीय सिख परिवार के रीतिरिवाजों के अनुसार वर्ष 1925 में हुई थी और दोनों ने इसी साल शादी की 86वीं सालगिरह मनाई है।

करमचंद और करतारी को उम्मीद है कि एक साथ 86 साल गुज़ारने के बाद वो शायद ब्रिटेन के सबसे ज़्यादा समय तक साथ रहने वाले दंपति हो सकते हैं।

'ज़िंदगी खुलकर जियो'

परिवार के साथ 1965 में ब्रिटेन आए करमचंद को नहीं लगता कि एक अच्छी सफल शादीशुदा ज़िंदगी जीने का कोई राज़ होता है। वो कहते हैं कि उनके जीवन का बस एक मूलमंत्र रहा है, ''मैंने कभी भी ख़ुद को ज़िंदगी का मज़ा लेने से नहीं रोका, मैं हमेशा ये मानता रहा कि जो इच्छा हो, वो ज़रूर खाएं और पिएं लेकिन संयम से''।

करमचंद रोज़ शाम खाने से पहले एक सिगरेट पीते हैं और सप्ताह में तीन से चार बार व्हिस्की और ब्रांडी भी लेते हैं। उनकी बहू रानी के मुताबिक़ उनकी दिनचर्या में शामिल ये कुछ ऐसी चीज़ें हैं जो उन्हें काफ़ी पसंद है।

ब्रिटेन में रहने वाले अन्य एशियाई परिवारों की तरह करमचंद और उनकी पत्नी भी अपने बड़े से संयुक्त परिवार के साथ रहते हैं। वे अपने छोटे बेटे सतपाल उसकी पत्नी रानी और दो पोते-पोतियों के साथ रहते हैं।

सतपाल कहते हैं, ''हम इसे ईश्वर का आशीर्वाद मानते हैं कि हमें हमारे माता-पिता का साथ अब तक मिला हुआ है, हमारे लिए ये एक इनाम की तरह है.'' उनके अनुसार उम्रदराज़ लोगों के दिमाग़ को अगर क्रियाशील रखा जाए तो उन्हें लंबे समय तक स्वस्थ और सचेत रखा जा सकता है।

सतपाल के अनुसार,''अगर आपको अपने माता-पिता की सेवा करने का मौक़ा मिला है तो आपको उन्हें ना सिर्फ अपने पारिवारिक जीवन में शामिल करना चाहिए बल्कि उन्हें हमेशा खुश रखना चाहिए,फिर वो हमेशा अगली सुबह का इंतज़ार करेंगे''।

इसी साल 100 बरस की होने जा रही करतारी चंद को इंतज़ार है, ब्रिटेन की महारानी की चिट्ठी का लेकिन उनका ज़्यादा ध्यान ख़ुद को स्वस्थ रखने पर है। चंद परिवार हमेशा से पारंपरिक स्वस्थ खाने में विश्वास करता है और खाने में दूध, दही और घी लेते हैं।

'अच्छा वक्त'
करमचंद कहते हैं, ''86 साल तक हमारा एक-साथ रहना ईश्वर का वरदान है,लेकिन जब भी ऊपर वाले का बुलावा आएगा हम जाने को भी तैयार हैं, हमने बहुत अच्छा वक्त साथ बिताया है''।

करतारी को अपने पति करमचंद के साथ भोजन करना और मंदिर जाना बहुत पसंद है। हालांकि इस लंबे जीवन से जुड़े कुछ पल उनके लिए काफी कठिन रहे हैं।

करतारी कहती हैं कि जब उनके बड़े बेटे की मृत्यु उनके सामने हुई तब उन्हें काफ़ी दुख हुआ क्योंकि किसी भी माता-पिता के सामने उनके बच्चों का चला जाना काफ़ी दुखदायी होता है।

हालांकि उम्र के इस पड़ाव में आकर करमचंद को दूसरों की मदद की ज़रुरत होती है, लेकिन करतारी अब भी काफी फ़ुर्तीली हैं और उनके दाँत भी सही-सलामत हैं। वो कहती हैं, ''इस उम्र में आँखें और कान थोड़े कमज़ोर हो जाते हैं लेकिन फिर भी हम दोनों ठीक हैं.''

सतपाल कहते हैं कि उन्हें नहीं पता कि उनके माता-पिता ब्रिटेन में सबसे लंबे समय तक साथ रहने वाले दंपति हैं या नहीं,लेकिन अगर ऐसा होता है तो उन्हें काफी अच्छा लगेगा।

सतपाल के अनुसार, ''हमारे लिए किसी रिकॉर्ड को तोड़ना उतना ज़रुरी नहीं है, जितना एक दूसरे की इज्ज़त करना और साथ रहना है''। फिर भी अगर वे कोई रिकॉर्ड बनाते हैं तो ये गर्व की बात होगी, क्योंकि वो दोनों ही काफी प्यारे इंसान हैं।

Posted By: Inextlive