जीएसवीएम से छिन कर कांशीराम को मिला सीसीयू
कानपुर (ब्यूरो) पीएस भीम के तहत प्रदेश के 29 राजकीय मेडिकल कालेजों एवं जिला अस्पतालों में 100 बेड की क्रिटिकल केयर यूनिट बनाने के लिए प्रस्ताव मांगे गए थे। जिसमें जीएसवीएम मेडिकल कालेज भी शामिल था। कालेज प्रशासन ने 100 बेड की क्रिटिकल केयर यूनिट की स्थापना के लिए उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम से प्रस्ताव तैयार कराकर भेजा था। इसके लिए जीटी रोड की तरफ गणेश शंकर विद्याथी सुपर स्पेशियलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट््यूट यानी जीएसवीएसएस पीजीआइ के बगल में जर्जर भवन की भूमि चिन्हित की थी। क्रिटिकल केयर यूनिट भूलत समेत तीन मंजिला के लिए 3700 वर्ग मीटर भूमि चिन्हित कर लेआउट तैयार कराकर शासन को भेजा गया था। इस यूनिट के लिए निर्माण के लिए 43 करोड़ रुपये और उपकरणों के लिए 14 करोड़ रुपये मिलने थे। लेआउट व प्रस्ताव भेजने के बाद भी शासन ने यहां निर्माण कराने के बजाय कांशीराम अस्पताल को यह प्रोजेक्ट दे दिया है।
हैलट अस्पताल में 20 बेड का आइसीयू
हैलट अस्पताल में 20 बेड का आइसीयू है। जिसमें मेडिसिन और न्यूरोलाजी के मरीज भर्ती होते हैं। आइसीयू के बेड हमेशा फुल रहते हैं। मरीजों को बहुत ही मुश्किल से बेड मिल पाते हैं। क्रिटिकल केयर यूनिट में मेडिसिन, सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति रोग, बाल रोग, रेस्पिरेटरी मेडिसिन, आर्थोपेडिक एवं न्यूरोलाजी विभाग के लिए बेड का प्राविधान था।
क्रिटिकल केयर यूनिट मेडिकल कालेज की जगह कांशीराम अस्पताल में स्थापना का निर्णय लिया गया है। मेडिकल कालेज में गंभीर मरीज आते हैं। इसलिए उसकी यहां अधिक जरूरत है। इसके लिए प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को पत्र लिखा है। मेडिकल कालेज के प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर स्थापना का आग्रह भी किया है।
प्रो। संजय काला, प्रिंसिपल, जीएसवीएम मेडिकल कालेज