बिना टिकट सफर करने में कानपुराइट्स ‘बदनाम’ नं. 2
कानपुर(ब्यूरो)। ट्रेन कानपुराइट्स बिना टिकट सफर करने व बिना प्लेटफॉर्म के स्टेशन के अंदर जाने को लेकर काफी बदनाम है। कार्रवाई के रिकार्ड के मुताबिक इस बदनामी में कानपुर का नाम डिवीजन में नंबर दो पर आ गया है। रेलवे आंकड़ों में बीते वर्ष की अपेक्षा 2022-23 पहली तिमाही में बिना टिकट सफर करने के मामले में अधिक कार्रवाई हुई है। रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक पहली तिमाही में एनसीआर रीजन में प्रयागराज डिवीजन बिना टिकट सफर करने वालों पर कार्रवाई करने के मामले में सबसे अव्वल रहा है। वहीं कानपुर दूसरे नंबर पर रहा।
झांसी व आगरा से ढाई गुना अधिक
प्रयागराज रीजन के सीपीआरओ डॉ। शिवम शर्मा ने बताया कि वर्ष 2022-23 सत्र के पहली तिमाही में रीजन में प्रयागराज डिवीजन, झांसी व आगरा से ढाई गुना अधिक कार्रवाई की है। प्रयागराज डिवीजन ने सिर्फ जून में 10 करोड़ रुपए बिना टिकट सफर करने वाले पैसेंजर्स से जुर्माना के रूप में वसूल किया है। जो झांसी व आगरा के तिमाही कार्रवाई से थोड़ी ही कम हैं। उन्होंने बताया कि प्रयागराज व कानपुर में अप्रैल से जून तक विदआउट टिकट पैसेंजर्स पर लगभग बराबर कार्रवाई की गई है।
&& वर्ष 2022-23 के पहली तिमाही में कानपुर में टीटीई, टीटी व आरपीएफ ने 1.60 लाख बिना टिकट पैसेंजर्स पर कार्रवाई कर 10 करोड़ से अधिक जुर्माना वसूल किया गया है। &य&य
आशुतोष सिंह, डायरेक्टर कानपुर सेंट्रल स्टेशन
ट्रेनों व स्टेशनों पर बिना रेल व प्लेटफार्म टिकट के जर्नी करने वालों पर कार्रवाई करने के मामले में कानपुर, आगरा डिवीजन से पहली तिमाही में आगे रहा है। आगरा डिवीजन जिसके अंडर में दो दर्जन से अधिक स्टेशन है। वहां से इस सत्र के पहली तिमाही में डब्ल्यूटी पैसेंजर्स पर कार्रवाई कर 10.22 करोड़ रुपए वसूला गया है। वहीं सिर्फ कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर पहली तिमाही में 10.31 करोड़ रुपए डब्लयूटी पैसेंजर्स से जुर्माना के तौर पर वसूल किया गया है। अप्रैल से जून तक वसूला जुर्माना
- 28.37 करोड़ - प्रयागराज डिवीजन
- 13.07 करोड़ - झांसी डिवीजन में
- 10.22 करोड़ - आगरा डिवीजन में
- 10.31 करोड़ - कानपुर डिवीजन में
(नोट जुर्माना- रुपए में)
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