गंगा का जलस्तर तेजी से बढऩे के साथ ही घाटों की सतर्कता बढ़ा दी गई है. सीढिय़ों की तरफ लोगों को जाने से रोका जा रहा है. साथ ही गंगा के तट से जुड़े गांवों के लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है. साथ ही ङ्क्षसचाई विभाग और प्रशासन लगातार गंगा के जलस्तर पर नजर रखे है ताकि गांवों में जल प्रवेश करने पर ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला जा सके.

कानपुर (ब्यूरो)। गंगा का जलस्तर तेजी से बढऩे के साथ ही घाटों की सतर्कता बढ़ा दी गई है। सीढिय़ों की तरफ लोगों को जाने से रोका जा रहा है। साथ ही गंगा के तट से जुड़े गांवों के लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। साथ ही ङ्क्षसचाई विभाग और प्रशासन लगातार गंगा के जलस्तर पर नजर रखे है ताकि गांवों में जल प्रवेश करने पर ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला जा सके। शुक्लागंज में चेतावनी ङ्क्षबदु 113 मीटर है। अभी यहां का जलस्तर 111.46 मीटर है। चेतावनी ङ्क्षबदु से 1.54 मीटर दूर है।

नाव का संचालन हुआ बंद
ङ्क्षसचाई विभाग के अधिशासी अभियंता पंकज गौतम ने पहले ही प्रशासन को पत्र लिखा है कि बोट क्लब बैराज में नाव का संचालन अक्टूबर तक न किया जाए। इस दौरान गंगा में नाव नहीं चलनी चाहिए कोई भी हादसा हो सकता है।

गंगा का जलस्तर (मीटर में)
10 जुलाई - 111
11 जुलाई - 111.46
चेतावनी ङ्क्षबदु -113
खतरे का निशान - 114
जलस्तर के आंकड़े शुक्लागंज की तरफ के हैं।
यहां से इतना पानी छोड़ा गया
नरौरा - 25,060
गंगा बैराज-1,57,773
(आंकड़े क्यूसेक में)

Posted By: Inextlive