कटने लगे चालान तो आई डीएल की 'याद'
-सिटी में सबसे ज्यादा हेलमेट व बिना डीएल ड्राइविंग करने वालों के हो रहे चालान
-कानपुर में एक माह बाद तो लखनऊ में दो माह बाद मिल रही लर्निग डीएल की स्लॉट KANPUR। ट्रैफिक रूल्स को लेकर सख्ती और वॉयलेशन पर भारी जुर्माने का असर दिखने लगा है। डीएल बनवाने वालों की संख्या अचानक कई गुना बढ़ गई है। यही कारण है कि अगले एक महीने तक लर्निग डीएल के लिए स्लॉट फुल हो चुके हैं। अप्लीकेंट्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रतिदिन 50 स्लॉट और बढ़ा दी गई हैं। रोज 700 से अधिक चालानएसपी ट्रैफिक सुशील कुमार ने बताया कि शहर में सबसे अधिक चालान बिना हेलमेट ड्राइविंग और बिना डीएल के गाड़ी चलाने वालों के हो रहे हैं। प्रतिदिन इन दोनों मामलों में औसतन 700 से अधिक चालान हो रहे हैं। जांच में यह भी सामने आया कि लगभग 50 प्रतिशत वाहन चालकों के पास ड्राइविंग लाइसेंस ही नहीं था। ट्रैफिक जुर्माना बढ़ने व सख्त चेकिंग के चलते ज्यादातर लोग हेलमेट यूज करने लगे हैं।
डेली 300 लोग अप्लाई कर रहे डीएलएआरटीओ प्रशासन आदित्य त्रिपाठी ने बताया कि दो महीने पहले तक प्रतिदिन 250 स्लॉट बुक होती थी। जिसमें लर्निग डीएल एप्लीकेंट्स को तीन से चार दिन बाद की स्लॉट मिल जाती थी। अचानक डीएल एप्लीकेंट्स की संख्या कई गुना बढ़ने से डेली 50 स्लॉट और बढ़ा दी गई है। इसके बावजूद 19 सितम्बर तक लर्निग डीएल की सभी स्लॉट बुक हो चुकी हैं।
छह दिन में इतने चालान डेट चालान जुर्माना 14 अगस्त 495 10100 15 अगस्त 813 12250 16 अगस्त 1393 39500 17 अगस्त 886 18000 18 अगस्त 553 11123 19 अगस्त 690 5800 आंकड़े - 300 लोग डेली कर रहे डीएल अप्लाई - 19 सितंबर तक स्लॉट हो चुके हैं फुल - 17 अक्टूबर तक लखनऊ में स्लॉट फुल - 50 स्लॉट डेली वीआईपी कोटे के - 2 माह में चार गुना एप्लीकेंट्स की संख्या बढ़ी'' शासन के ट्रैफिक जुर्माना बढ़ाने व वाहन चेकिंग अभियान से ट्रैफिक सिस्टम में सुधार आ रहा है। यहीं कारण हैं कि बीते दो माह में आरटीओ में डीएल एप्लीकेंट्स की संख्या चार गुना बढ़ गई है.''
आदित्य त्रिपाठी, एआरटीओ, प्रशासन